नरेंद्र मोदी के इक्तदार में आने से क़बल जिस हदिशा का इज़हार किया जा रहा था मुल्क में इसका आगाज पुणे में हिन्दू राष्ट्र सेना ने शुरू कर दी है। इंजीनियर मोहसिन का कत्ल ने संघी मंसूबे को तश्त अज़ बाम कर दिया। मोहसिन का कसूर सिर्फ ये था की सर पर टोपी, चेहरे पर नूरानी दाढ़ी थी और मस्जिद से नमाज़ पढ़ कर घर लौट रहा था। ये बातें जनता दल राष्ट्रवादी के क़ौमी कोंवेनर मिस्टर अशफाक़उर्रहमान ने आज शदीद रद्दो अमल ज़ाहिर करते हुये कहीं।
उन्होने कहा की मोदी के इक्तिदार संभालते ही फ़ाशिस्ट कुवतें सर उभारने लगी हैं। मोहसिन का कत्ल फ़ाशीज़्म की बदतरीन चेहरे को उजागर करता है और ये ज़ाहिर करता है की मुसलमानों की ज़मीन तंग करने की संघी मंसूबे पर अमल शुरू कर दिया गया है। उन्होने इस के लिए न सिर्फ कातिलों को गिरफ्तारी का मुताल्बा किया है बल्कि हिन्दू राष्ट्रय सेना पर पाबंदी आईद करने का मुताल्बा किया है। उन्होने अपना अज़म दुहराते हुये कहा की इन हालात से निपटने के लिए जेडीआर को मुत्तहीद होकर फ़ाशीज़्म के साथ लड़ना होगा, फ़िर्क़ा परस्ती के नाग को फन फैलाने से पहले कुचल देना होगा।
उन्होने कहा की ये वक़्त न डरने का है और न सहमे रहने का। सेकुलर, अमन पसंद ताकतों को मुत्तहीद होकर तहरीक की दाग बेल डालनी होगी। अशफाक़उर्रहमान ने इल्ज़ाम आईद करते हुये कहा की मोदी के इक्तदार में आते ही इस्लाम दुश्मन इसराईल पूरी कूवत के साथ पाव जमाने में जुट गया है, खुद सेकुलर और नाम निहाद अमन पसंद पार्टियों की गलत पॉलिसियों का नतीजा है की मुल्क में फ़िर्क़ा परस्ती की जड़ें मजबूत हुये। इन पार्टियों ने फ़िर्क़ा परस्ती के खिलाफ कभी मुखलिस हो कर काम नहीं किया। सेकुलरिज़्म को सिर्फ इक्तिदार का ज़ीना समझा गया।