मुसलमानों के मआशी , तालीमी-ओ-समाजी मौक़िफ़ का जायज़ा

रियासत तेलंगाना में मुसलमानों के मआशी, तालीमी-ओ-समाजी मौक़िफ़-ओ-हालात का तफ़सीली जायज़ा लेने और अंदरून छः माह हुकूमत को जामि रिपोर्ट पेश करने के लिए तेलंगाना हुकूमत ने एक कमेटी तशकील दी है। इस सिलसिले में रात देर गए अहकामात जारी किए।

तफ़सीलात के मुताबिक़ हुकूमत तेलंगाना के क़ानून कमीशन आफ़ इन्क्वारी के तहत एक कमेटी तशकील दी गई है। इस कमेटी की क़ियादत जी सुधीर आई ए एस रिटायर्ड (साबिक़ स्पेशल चीफ़ सेक्रेटरी) करेंगे जबकि एक सीनीयर लेक्चरर रिटायर्ड एम ए बारी को कमेटी का रुकन नामज़द करते हुए बताया गया कि एक और रुकन की इस कमेटी के लिए नामज़दगी अमल में लाई जाएगी।

जारी करदा जी ओ के मुताबिक़ रियासत तेलंगाना में मुसलमानों के मआशी तालीमी-ओ-समाजी मौक़िफ़ से मुताल्लिक़ तफ़सीली जायज़ा लेने और इन मुसलमानों के हालात में बेहतरी पैदा करने के लिए किस नौईयत के फ़लाह-ओ-बहबूद प्रोग्राम्स‍ ओ‍ स्कीमात को रूबा अमल लाया जाना चाहीए।

इस सिलसिले में तफ़सीली सिफ़ारिशात पर मबनी जामि रिपोर्ट हुकूमत को अंदरून छः माह पेश करने की हिदायत दी गई। ग़रीब मुसलमानों को तालीमी-ओ-रोज़गार के शोबे में तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के लिए भी तफ़सीली जायज़ा लेते हुए सिफ़ारिशात पेश करने की हिदायत दी गई है। बताया गया कि सरकारी-ओ-ख़ानगी शोबे में मुसलमानों की मुलाज़मतों के फ़ीसद का भी जायज़ा लेने की हिदायत दी गई। ताके हुकूमत तेलंगाना मुसलमानों की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए बेहतर पालिसीयां-ओ-तरक़्क़ीयाती प्रोग्राम्स मुरत्तिब करसके और ग़रीब मुसलमानों की हमा जहती तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाने के लिए इक़दामात किए जा सकीं। इसी दौरान एसी ही एक कमेटी तेलंगाना के कबायली तबक़ात के हालात का जायज़ा लेने के लिए चलपा आई ए एस रिटायर्ड की क़ियादत में सहि रुकनी कमेटी तशकील दी गई है। द्सरे दो अरकान में जगन्नाथ राव‌ रिटायर्ड आई पी एस और एच के नागो रिटायर्ड एडीशनल कमिशनर महिकमा लेबर शामिल हैं। इस कमेटी को भी अंदरून छः माह रिपोर्ट हुकूमत को पेश करने की हिदायत दी गई है। बताया जाता हैके ये कमेटी तेलंगाना में मुसलमानों के मौक़िफ़ और बिलख़सूस उनकी समाजी , तालीमी-ओ-मआशी सूरत-ए-हाल का तफ़सीली जायज़ा लेगी। उन्हें तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के लिए सिफ़ारिशात भी पेश की जा सकती हैं।