मुसलमानों के वोटों में रुचि लेकिन टिकट देने में परहेज

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के सात विधानसभा सीटों पर किंग मेकर की भूमिका निभाने वाले मुस्लिम वोटर्स की संख्या 25 प्रतिशत लगभग 4 लाख 90 हजार होने के बावजूद केवल एकमात्र बसपा ने विधानसभा क्षेत्र रानीगंज और कुंडा में दो मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है जबकि मुसलमानों के 90 प्रतिशत वोट हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी ने मुसलमानों को टिकट देने से अधिक परहेज किया है।

कुल 23 लाख 28 हजार 531 मतदाता मुस्लिम वोटर्स की संख्या 4 लाख 90 हजार है खदसी रूप से राजनीतिक पार्टियां मुसलमानों के वोट लेने में तो ज्यादा रुचि रखती हैं लेकिन टिकट देने में नहीं, जिसके कारण राजनीतिक दलों के प्रति मुसलमानों में टिकट नहीं दिए जाने से अधिक नाराजगी है।

गिनती के अनुसार विधानसभा क्षेत्र रामपुर में कुल तीन लाख 15 हजार 367 मतदाता मुस्लिम 45 हजार, बाबागनज सुरक्षित में कुल तीन लाख 4 हजार 996 मतदाता मुस्लिम 55 हजार, कंडह में कुल तीन लाख 42 हजार 440 मतदाता मुस्लिम एक लाख, विश्वनाथ गंज में कुल तीन लाख 80 हजार 358 मतदाता मुस्लिम 92 हजार, प्रतापगढ़ में कुल तीन लाख 30 हजार 719 मतदाता मुस्लिम 75 हजार, पट्टी में कुल तीन लाख 38 हजार 890 मतदाता मुस्लिम 50 हजार, रानीगंज में कुल तीन लाख 15 हजार 761 मतदाता मुस्लिम वोटर्स की संख्या 80 हजार है।

कुल सात विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 25 प्रतिशत होने के कारण हमेशा किंग मेकर की भूमिका निभाते हैं। पिछले 2012 विधानसभा चुनाव में मुसलमानों के समर्थन से समाजवादी पार्टी अपने समर्थकों के साथ आधा दर्जन सीटों पर काबिज हुई थी। लेकिन इस बार हालात विपरीत होने और मुसलमानों को टिकट नहीं देने से मुसलमानों में समाजवादी पार्टी के प्रति अधिक नारज़गी है जब कि अन्य राजनीतिक दलों को मुसलमानों के वोट तो चाहिए मगर टिकट देने से अनदेखी करती हैं। लेकिन बसपा ने मुसलमानों को टिकट देकर आकर्षित करने की अधिक कोशिश की है।