मुसलमानों के साथ हक़तलफ़ी, इन्साफ़ रसानी की ज़रूरत

अलाहिदा तेलंगाना रियासत की जद्द-ओ-जहद और नाइंसाफ़ीयों के ख़िलाफ़ थी और इलाके तेलंगाना में पसमांदगी का शिकार तबक़ात को इस तहरीक से उम्मीदें भी वाबस्ता हैं खास्कर पिछले साठ सालों में मुनज़्ज़म साज़िश के तहत जिन तबक़ात को पसमांदगी में ढकेल दिया गया इन में सर-ए-फ़हरिस्त इलाके तेलंगाना के मुसलमान हैं जिन को अलाहिदा रियासत तेलंगाना में इंसाफ़ मिलने का यक़ीन भी है।

एम वयदा कुमार ने एक इंटरव्यू में ये बात कही। उन्होंने कहा कि पसमांदा तबक़ात को दरपेश मसाइल के हल में बरसर-ए-इक़तिदार हुकूमतों की संजीदगी ज़रूरी है बिलख़सूस इलाके तेलंगाना में एससी एसटी बी सी और मुस्लिम अक़लियत की हालते ज़ार को तबदील करने में जो वाअदे हुकूमतों के अलावा इलाक़ाई और क़ौमी जमातों ने मुसलमानों से किए हैं उन पर अमल आवारी ही मज़कूरा तबक़ात को दरपेश मसाइल के हल में मददगार साबित होगी।