सदर कुल हिंद मुस्लिम संगम ख़ालिद रसूल ख़ां-ओ-लिंगम के दुसरे ओहदेदारान डॉ. अबदुर्रहीम ,डॉ. सय्यद बुर्हानी-ओ-एम ए रूफ ख़ां वग़ैरा पर मुश्तमिल एक नुमाइंदा वफ़द के अरकान मुसलमानों से मुशावरत के लिए पिछ्ले रोज़ कोडंगल पहुंचा इस ज़िमन में उर्दू घर मुस्लिम शादी ख़ाना में नुमाइंदा मीटिंग मुनाक़िद हुवी।
ख़ालिद रसूल ख़ां ने मुख़ातब करते हुए संगम के अग़राज़-ओ-मक़ासिद पर तफ़सीली रोशनी डाली। मौसूफ़ ने कहा कि मुस्लिम संगम एक एक ग़ैरसरकारी तंज़ीम है और इस का किसी भी सियासी पार्टी से ताल्लुक़ नहीं है।
संगम का वाहिद मक़सद मुसलमानों को अपने वोट का बेहतर इस्तेमाल के ज़रीये क़ौम को तरक़्क़ी की राह पर गामज़न करना है। मौसूफ़ ने कहा कि मुसलमान मुत्तहिद हो कर संगम के मश्वरे पर अपने हलक़ा असेंबली में किसी भी एक उम्मीदवार को जीत दिलवाईं। संगम एसे उम्मीदवार से मुसलमानों की बहबूदी के काम की और पुलिस हरासानी से नौजवान बच्चों की हिफ़ाज़त करवाईगी।
इस तरह कामयाब एम एलए मुसलमानों के हमदरद बन कर रहेंगे और पाँच साल तक हमारे काम करेंगे। मुसलमानों को ये भी ताक़त होनी चाहीए कि अगर जीता हुआ एम एलए उनके काम नहीं करता है तो उसको अगले इलैक्शन में संगम के ज़रीये हराने की भी ताक़त होनी चाहीए।
उन्होंने कहा कि सारी रियासत में 80 नशिस्तें एसी हैं जहां मुसलमान वोट अगर मुत्तहिद हो कर किसी भी उम्मीदवार के हक़ में वोट डाल कर जिता सकते हैं।