मुसलमानों को एतेदाल पसंदी इख़तियार करने का मश्वरा

कामारेड्डी: 25 मई :साबिक़ रियास्ती वज़ीर मुहम्मद अली शब्बीर ने जामिया मस्जिद में बाद नमाज़ जुमा तहनीती तक़रीब से मुख़ातब करते हुए कहा कि इस्लाम मुसावात की तालीम देता है शिद्दत पसंदी के बजाये दिन की इशाअत के लिए काम करें तो बेहतर होगा।

मुहम्मद अली शब्बीर हाल ही में कामारेड्डी में दोनों अक़ाइद के दरमयान हुए झगड़े की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि नबी करीम(PBUH) ने कई मौक़ों पर हिक्मत-ए-अमली से काम लिया था हिदायत का देना अल्लाह ताला के बस में है और हक़ बात के फैलाने के काम जारी रखें लेकिन शिद्दत पसंदी इख़तियार ना करे उन्होंने बढ़ती जहेज़ की लानत पर भी अफ़सोस का इज़हार करते हुए नौजवान नसल जहेज़ के ख़ातमे के लिए इस्लामी तरीक़ा को अपनाएं बगै़र लेन देन के शादी करने की सूरत में शादी को आसान बनाया जा सकता है जहेज़ की लानत की वजह से कई लड़कीयां ग़ैर मुस्लिम के साथ शादी करने पर मजबूर होरही है और इस के ज़िम्मेदार मौजूदा नसल है उन्होंने शरई तौर पर शादी ब्याह के मुआमलात को फ़रोग़ देने और तलाक़ और कुला जैसे मसाइल को भी शरई तौर पर अंजाम दें।

अदालतों के मुक़द्दमात करने के बजाये शरई तौर पर काम लें तो बेहतर होगा। शब्बीर अली ने कहा कि कांग्रेस दूर-ए-हकूमत में
मुसलमानों की मआशी पसमांदगी और तालीमी पसमांदगी को दूर करने के लिए कई इक़दामात किए जा रहे हैं। कांग्रेस सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्रा कमीशन की सिफ़ारिशात का जायज़ा लेने के बाद ये बात वाज़िह हुई कि दलित से भी ज़्यादा मुसलमान पसमांदा है और उन की पसमांदगी को दूर करने के लिए कांग्रेस संजीदा तौर पर इक़दामात का आग़ाज़ करते हुए तहफ़्फुज़ात को फ़राहम किया है ।

तहफ़्फुज़ात के तहत रियासत में एक लाख 33 हज़ार तलबा-ए-मुख़्तलिफ़ कोर्सस में तालीमात हासिल कररहे हैं उन्होंने तहफ़्फुज़ात की वजह से मुस्लिम तलबा-ए-को लैपटाप और इंजीनीयरिंग के अलावा दुसरे कोर्सस में तालीम हासिल करने का मौक़ा हासिल हुआ है।

शब्बीर अली ने कहा कि सब से पहली वही तालीम की निसबत नाज़िल हुई है लिहाज़ा मुस्लिम नौजवान तालीमी मैदान में आगे बढ़ने के लिए कोशिश करें और हुकूमत की तरफ से दीए जाने वाली सहूलतों से इस्तिफ़ादा हासिल करें।