मुसलमानों को मेन स्ट्रीम से बाहर रखने का हो रही साजिश

लोजपा सरबराह रामविलास पासवान ने कहा है कि गुजरात के दंगे को अब बारह साल गुजर गए हैं, इसे बहस में बनाए रखकर मुसलमानों को अब भी मेन स्ट्रीम से बाहर रखे जाने की साजिश किया जा रहा है। मंगल को शेरघाटी के रंगलाल स्कूल ग्राउंड में एक इंतिखाबी इजलास को खिताब करते हुए उन्होंने कहा कि मुल्क में इमरजेंसी के बाद फिर कांग्रेस की हुकूमत आई थी।

भागलपुर के दंगे और दिल्ली के सिख मुखालिफ दंगे को भी लोग भूल गए और कांग्रेस को इक्तिदार सौंपी। उन्होंने साफ कहा कि मुल्क की आजादी के लिए तमाम तबके, मजहब के लोगों ने कुर्बानियां दी थीं। इस बागीचे के एक फूल को भी मुरझाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ओपोजीशन पार्टियों का सेकुलर राग अब बेमतलब हो गया है। जब उन्होंने किसी मुस्लिम को बिहार का वजीरे आला बनाए जाने की तजवीज रखा था। तब कोई सेकुलर पार्टी सामने क्यों नहीं आया।

उन्होंने कांग्रेस-राजद के साथ लोजपा का इत्तिहाद टूटने के लिए भी लालू को जिम्मेवार बताया। लोजपा लीडर ने कहा कि नरेंद मोदी तरक़्क़ी के लिए हैं और मरकज़ में मोदी की कियादत में ही हुकूमत बनेगी। उन्होंने गया से भाजपा के उम्मीदवार हरि मांझी को वोट देने की दरख्वास्त की। इजलास में साबिक़ एमपी कैप्टन जयनारायण निषाद, लोजपा लीडर अताउल्लाह खां, भाजपा लीडर संतोष कुमार गुप्ता, सुशील कुमार गुप्ता, मंजू अग्रवाल, अरूण कुमार चंद्रवंशी, चिंटू सिंह व रघुनाथ प्रसाद गुप्ता वगैरह मौजूद थे।