मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के लिए टी आर एस हुकूमत ग़ैर संजीदा

तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसल में क़ाइद अपोज़ीशन मुहम्मद अली शब्बीर ने टी आर एस हुकूमत पर मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी में ग़ैर संजीदा होने का इल्ज़ाम आइद किया।

उन्हों ने कहा कि मुमताज़ क़ानूनदां और साबिक़ जज हाईकोर्ट जस्टिस सुदर्शन रेड्डी के इस ब्यान से हुकूमत की ग़ैर संजीदगी का सुबूत मिलता है जिस में उन्हों ने कहा कि बी सी कमीशन की तशकील के बगै़र तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी मुम्किन नहीं है।

मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि जस्टिस सुदर्शन रेड्डी के ख़्यालात से साबिक़ में उन की जानिब से ज़ाहिर किए गए मौक़िफ़ की तसदीक़ होती है। उन्हों ने कहा कि तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के वाअदे के बाद टी आर एस हुकूमत ने कभी भी इस सिलसिले में संजीदगी का मुज़ाहरा नहीं किया।

मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि जस्टिस सुदर्शन रेड्डी ने हुकूमत की जानिब से तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के सिलसिला में तशकील दी गई टी एस सुधीर कमेटी की अहमीयत को ये कहते हुए मुस्तरद कर दिया कि ये कमेटी तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के लिए सिफ़ारिश पेश नहीं कर सकती।

उन्हों ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव अक़लीयतों और उर्दू के बारे में हमदर्दी के ब्यानात तो देते हैं लेकिन उन्हों ने अमल आवरी में संजीदगी का सबूत कभी भी नहीं दिया।