ऐनी शाहिदीन के मुताबिक़ ये वाक़िया पीर के रोज़ कीनीया की मुंडेरा काउंटी में इस वक़्त पेश आया जब सोमाली अस्करी तंज़ीम अल शबाब से ताल्लुक़ रखने वाले मुसल्लह अफ़राद ने एक बस और ट्रक पर हमला किया और गोलीयां चलाईं।
ये बस दारुल हुकूमत नैरुबी से मुंडेरा शहर की तरफ़ गामज़न थी और इस पर साठ अफ़राद सवार थे। बस को पापा शहर में इस्लामी शिद्दत पसंदों ने फायरिंग कर के रोका।
इस ख़्याल से कि गुज़िश्ता बरस अल शबाब ने एक बस को रोक कर इस में सवार अट्ठाईस ग़ैर मुस्लिमों को क़त्ल कर दिया था, बस में मौजूद मुसलमानों ने ग़ैर मुस्लिम मुसाफ़िरों को स्कार्फ़ और दीगर इस्लामी लिबास फ़राहम किए, जिससे उनकी मज़हबी शनाख़्त मख़फ़ी रखी जा सकती थी।