मुम्बई। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुस्लिमीन के अध्य्क्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने अपने भाषण में इस तथ्य का उल्लेख क्यों नहीं किया कि मुसलमान भी शिवाजी की सेना का हिस्सा थे। यहाँ मुंबई नगर निकाय (बीएमसी) चुनाव के लिए अपनी पार्टी के अभियान का आगाज करने के दौरान अपने भाषण में इस बात पर ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खिंचाई की।
उन्होंने कहा कि शिवाजी की स्मृति में स्मारक बनवाने के लिए 3,600 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च का वे विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन जब प्रधानमंत्री शिवाजी के के महान कामों के बारे में कह रहे थे तब शिवाजी की सेना का हिस्सा रहे मुसलमानों का उन्होंने कोई उल्लेख नहीं किया। ओवैसी ने यहां नागपाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि शिवाजी लोगों से प्यार करते थे वो कतई किसानों की एक इंच जमीन का लेते। शिवाजी यदि आज जीवित होते तो क्या उनके नाम पर जो पैसे बर्बाद किये जा रहे हैं, वो ऐसा करने देते।
असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन पर प्रहार करते हुए कहा कि यह केवल “सस्ती लोकप्रियता के लिए” पाने के लिए दिया गया सन्देश था। मोदी ने गर्भवती महिलाओं को 6 हज़ार रुपए देने की बात कही है जबकि साल 2013 में संसद खाद्य सुरक्षा कानून पारित किया गया था जिसमें उल्लेख है कि हर गर्भवती महिला को 6000 रुपये दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी ने साल 2022 तक 20 मिलियन घरों का निर्माण करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक मात्र 6716 मकान का निर्माण किया गया है।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुस्लिमीन के अध्य्क्ष ने कहा कि मुसलमान बीएमसी वार्ड में कुल जनसंख्या का 21 प्रतिशत के आसपास का प्रतिनिधित्व करते हैं। बीएमसी का बजट 36,000 करोड़ रुपये का है ऐसे में 7,700 करोड़ रुपए मुसलमानों के विकास के लिए आवंटित किये जाने चाहिए थे जो नहीं किये गए। ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी इन चुनावों में 30-40 पार्षदों का चुनाव जीतती है तो वे मुसलमानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।