मुसलमानो को बुनियादी सहूलतें दस्तयाब नहीं

अक्लियती बेदारी मुहिम के चेयरमैन और बिहार अवामी को-ओपरेटिव बैंक के चेयरमैन अनवर अहमद की कियादत में कारवां मधेपुरा के मुसलमानों के सबसे बड़ी आबादी वाले ब्लॉक कुमारखंड के मशरिकी इलाक़े के कोढ़नी बाज़ार, घरदौर, नया नगर, पोखड़िया टोला, मुरली गंज ब्लॉक के हिजझरी, मजहरपट्टी वगैरह पहुंचा। इस दौरान जो तस्वीर सामने आई इसमें ये पता चला के ये इलाका इंतेहाई पसमांदा है। इलाक़े में न तो बिजली का इंतेजाम है और न ही गाँव जाने के लिए पुख्ता सड़क है। जो सड़क है भी तो वो खस्ता हाल हो चुकी है।

कोढ़िनी गाँव के एक मौलाना ने साफ अलफाज मेन कहा के जिस गाँव में सड़क और बिजली जैसी बुनियादी सहूलतें ही दस्तयाब न हो तो उस गाँव की तरक़्क़ी की क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होने मजीद बताया के इस इलाक़े में जहां बच्चों के लिए स्कूल नहीं हो तो समझ लीजिये के ये मुसलमानो का गाँव है। तालीब हुसैन न बताया के जिस गाँव में झोपड़ी ही झोपड़ी हो और बच्चों के जिस्म पर कपड़े नहीं हो, तो समझ लीजिये के ये मुसलमानों का ही गाँव है। हुकूमत की जानिब से मुतदीद दावे ज़रूर किए जाते हैं , लेकिन जब इस की जमीनी हक़ीक़त देखी जाती तो नतीजा बिल्कुल बरआक्सी होता है।

आरजेडी के ज़िला सदर प्रोफेसर ताहिर ने कहा के आज़ादी के 65 बरसों के बाद भी अगर लोगों की सुरतेहाल ऐसी है के और लोग अपनी किस्मत पर आँसू बहा रहे हैं तो ये इंतेहाई अफसोसनाक है। इस मौके पर मुखिया इस्राइल अंसारी, अक्लियती शोबे के ज़िला सदर मोहम्मद लुक़मान आलम, मोहम्मद शाफ़िक़, मोहम्मद शाहनवाज़ रहमान, मोहम्मद शाहरुल, मोहम्मद साकीब, मोहम्मद ह्यात, हाफ़िज़ अब्दुल हकीम, अफसर आलम, अब्दुल कयुम, आसिफ हैदर वगैरह मौजूद थे।