मुसलमान किसी से नहीं डरते

बी जे पी लाख कोशिश करले, नरेंद्र मोदी गुजरात ता दिल्ली सर के बल सफ़र पर निकल पड़े या तेज़ गर्मी की तमाज़त में अहमदाबाद से आर एस एस के हेडक्वार्टर नागपुर तक पैदल चलते हुए पहुंचे इस के बावजूद मर्कज़ में बी जे पी हुकूमत बना सकती है और ना ही मोदी ओहदा वज़ारत-ए-उज़मा पर फ़ाइज़ होसकते हैं।

वज़ीर-ए-आज़म की बावक़ार कुर्सी पाने के लिए एल के अडवानी ने काफ़ी कोशिशें कीं। दो अरकाने पार्लियामेंट से पार्टी के अरकाने पार्लियामेंट की तादाद 112 तक पहुंचा दिया।

मुख़्तलिफ़ मौक़ों पर फ़िर्कापरस्ती के दरख़्तों से काटी गई लक्कड़ी से बने रथों की यात्राएं निकाली, शहादत बाबरी मस्जिद में मुजरिमाना बल्कि शैतानी रोल अदा क्या, उनकी रथ यात्राओं के नतीजे में हज़ारों इंसानी जानें ज़ाए हुईं इस के बावजूद वज़ीर-ए-आज़म बनने बी जे पी के इस ज़ईफ़ लीडर की ख़ाहिश पूरी ना होसकी अब तो हाल ये हैके अडवानी को ख़ुद उन के शागिर्द ने एक तरह से पार्टी हेडक्वार्टर का चौकीदार बनादिया है।

इन हालात में कोई ये कहता हैके बी जे पी को इक़तिदार हासिल होगा और मोदी मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म बन जाऐंगे तो बिलकुल ग़लत है। क़ारईन ये कोई तक़रीर नहीं बल्कि हमारे शहर के एक मशहूर वकील के अलफ़ाज़ हैं। आज कल पुराने शहर में मजलिसी क़ाइदीन अवाम से कह रहे हैं कि इत्तेहाद वक़्त का तक़ाज़ा है वर्ना बी जे पी और नरेंद्र मोदी को ग़लबा हासिल होगा।

इस सिलसिले में राक़िम उल-हरूफ़ ने अवाम की राय जानने की कोशिश की। मौक़ूफ़ा जायदादों और इंसानी हुक़ूक़ पर गहराई से नज़र रखने वाले इस एडवोकेट ने बताया कि दरअसल मुसलमानों को बी जे पी और मोदी से ख़ौफ़ दिलाया जा रहा है जबकि हक़ीक़त में देखा जाये तो मोदी ओहदा वज़ारत-ए-उज़मा पर फ़ाइज़ नहीं होसकता।

15 वीं लोक सभा में बी जे पी के 112 अरकान कामयाब हुए थे अब उन के ज़्यादा से ज़्यादा 150 उम्मीदवार ही कामयाब होसकते हैं। इन साहिब ने हम से उल्टा सवाल कर दिया कि इन हालात में आप ही बताईए कि बी जे पी किस तरह 272 का जादूई अदद हासिल कर पाए गी। शहर के एक समाजी जहदकार से हम ने बात की तो उन्होंने बताया कि मुसलमान अब बी जे पी या मोदी से डरने वाला नहीं बल्कि मोदी ख़ुद गुजरात फ़सादाद में अपने रोल के बाइस डर-ओ-खौफ़ में मुबतला है।