नई दिल्ली: आरएसएस ने ईद और रमजान के मौके पर मुसलमानों से मेल मिलाप की इच्छा व्यक्त की है। आरएसएस के समर्थन का दावा अल्पसंख्यक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मुसलमानों से अपील की है कि वह अपने हिंदू पड़ोसियों के साथ मेलजोल बढ़ाएं और अपने मोहल्ले में सांप्रदायिक माहौल पैदा न होने दें।
इस संगठन के प्रमुख संघ प्रचारक इंद्रेश कुमार के अनुसार मंच ने मुसलमानों से अनुरोध किया है कि वे महीने पवित्र रमजान और ईद को सांप्रदायिक सद्भाव की अभिव्यक्ति करें। वह इस महोत्सव के दौरान स्थानीय स्तर पर इफ्तार पार्टियों में हिंदू भाइयों को आमंत्रित कर सकते हैं।
इस तरह दोनों वर्गों को मिलजुल कर रहना और भारत में जो कुछ परिस्थितियों प्रदान आ रहे हैं, उनका संयुक्त रूप से मुकाबला करना चाहिए। वह अपनी टाउनशिप हिंसा का चारागाह बन न दें। मुसलमानों को चाहिए कि वह गली कूचों और पड़ोस में या फिर कॉलोनी के स्तर पर इफ्तार पार्टियों में अन्य धर्मों और वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
इसके अलावा इफ्तार के समय इस बात का प्रण करें कि वह मोहल्ले को हिंसा से मुक्त बनाएंगे। साथ ही मुस्लिम परिवारों को अपने घर के बाहर तुलसी का पौधा भी लगाना चाहिए ताकि पर्यावरण प्रदूषण से निपटा जा सके। तुलसी के पौधे की हिंदू धर्म के साथ साथ इस्लाम में भी काफी महत्व है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को ज़कात से संबंधित जो कल्पना पाया जाता है उसे विस्तार देने की जरूरत है और वह बलालषाठ धार्मिक प्रतिबद्धता जरूरतमंदों की मदद करें|