मुसलमान नरेंद्र मोदी से डरे हुए हैं : शबाना आजमी

जानी-मानी अदाकारा, समाजी कारकुन और साबिका राज्यसभा रुकन शबाना आजमी का मानना है कि मुसलमानों समेत मुल्क की आवाम ने बदलाव के लिए लोकसभा इंतेखाबात में नरेन्द्र मोदी को वोट दिया लेकिन अक्लियतों का एक हिस्सा अब भी मोदी से डरा हुआ है और नये वज़ीर ए आज़म के लिए इस डर को दूर करना और अपनी ही पार्टी और हिन्दूवादी तंज़ीमों के खुराफाती अनासिर से निपटना बहुत बड़ी चुनौती होगी।

अपने आबाई गांव मिजवां आईं शबाना ने खुसूसी बातचीत में कहा कि मुल्क के लोग बदलाव चाहते थे और उन्हें बतौर मोदी मजबूत लीडर नजर आया तो उन्हें वोट दे दिया। हालांकि अक्लियतों का एक हिस्सा मोदी को लेकर अब भी डरा और खदशात से घिरा है। वह अब भी सोच रहा है कि मालूम नहीं कि, मोदी के राज में उसके साथ क्या होगा?

उन्होंने कहा कि मोदी ने सबको साथ लेकर चलने की बात कही है लेकिन कहीं अक्लियतो का जिक्र नहीं किया। अगर भाजपा लीडर ने ऐसा किया होता तो मुसलमानों के जेहन में उनके तरफ से बसा हुआ डर कम होता। अब मोदी के सामने इस डर को खत्म करने की चुनौती है।

मशहूर शायर कैफी आजमी की बेटी ने कहा कि मोदी के सामने एक और बड़ी चुनौती अपनी ही पार्टी और हिन्दूवादी तंज़ीमो के खुराफाती आनासिरो यानी ‘यूनिटिक फ्रिन्ज’ पर लगाम लगाने की होगी। ये लोग अनाप-शनाप बकते हैं, जहर उगलते हैं।

उन्होंने कहा कि इलेक्शन के वक्त तो जो हुआ सो हुआ लेकिन अब जब भाजपा की हुकूमत बन गई है तो ऐसे लोगों को काबू में करना ही होगा तभी मोदी के ‘एक हिंदुस्तान बेहतरीन हिंदुस्तान’ का खाब पूरा होगा।

स्मृति ईरानी को Human Resource Development Minister बनाए जाने को लेकर हुए तनाज़ो पर शबाना आज़मी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि स्मृति पूरी इमानदारी से अपना काम करेंगी। उन्हें मौका दिया जाना चाहिए।

शबाना ने उम्मीद जताई कि मशरिकी उत्तरप्रदेश के वाराणसी से मोदी और आजमगढ़ से मुलायम सिंह यादव के चुनाव जीतने से पूर्वांचल की तरक्की होगा, क्योंकि मोदी मुल्क के वज़ीर ए आज़म हैं और मुलायम उत्तरप्रदेश में इक्तेदार पार्टी के सरबराह ।

उन्होंने उत्तरप्रदेश के बदायूं में हाल में 2 लड़कियों से गैंग रेप के बाद उन्हें फांसी पर लटकाए जाने के वाकियात को इंतिहाई अलमनाक बताया।