मुसल्लह अफ़्वाज के फ़लाही इक़दामात में तेज़ रफ़्तारी

पाना जी

हिन्दुस्तान में 8 इंसिदाद ज़मीनी सुरंगें गाड़ियों की तैयारी: वज़ीरे दिफ़ा मनोहर पारे कर

तकरीबन 450 ख़ुदकुशी के मामलों पर फ़िक्रमंद वज़ीरे दिफ़ा मनोहर पारे कर ने कहा कि उसकी वजूहात के बारे में तहकीकात करवाई कि जाएंगी और अमले के फ़लाही इक़दामात में तेज़ रफ़्तारी पैदा की जाएगी। उन्होंने कहा कि ये एक इंसानी साख़ता मसला है जिस की यकसूई मुख़्तलिफ़ तरीकों बिशमोल मुशावरत, तेज़ रफ़्तार यकसूई निज़ाम और मुक़द्दमात की समाअत के लिए मज़ीद ट्रिब्यूनल्स के क़ियाम के ज़रिए की जा सकती है।

उन्होंने तैक़ून दिया कि फ़ौज में ख़ुदकुशियों के वाक़ियात का मुकम्मल इंसिदाद किया जाएगा और आइन्दा एसा कोई वाक़िया पेश नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि ज़मीनी सुरंगें साफ़ करने बहरिया की नई 8 गाड़ियां गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में अज़म तरीन देसी टेक्नोलॉजी के साथ मैक‌ इन इंडिया मुहिम के तहत तैयार की जाएंगी। वो एक प्रेस कान्फ़्रेंस से ख़िताब कररहे थे।

क़ब्ल अज़ीं उन्होंने कहा कि इसी किस्म की कश्तियां हिन्दुस्तान के बाहर से दरआमद की जाती थीं, लेकिन बाद में इन में तरमीम की जाने लगीं, लेकिन मौजूदा सूरत-ए-हाल में इसी कश्तियां हिन्दुस्तान में अज़म तरीन देसी टेक्नोलोजी इस्तेमाल करते हुए तैयार की जाएंगी।

सिर्फ़ इस मामले में टेक्नोलॉजिकल‌ मदद हासिल की जाएगी और इस के लिए मुनासिब तरीका-ए-कार इस्तेमाल किया जाएगा। मनोहर पारेकर ने कहा कि मुकम्मल तौर पर देसी साख़ता बहरी जहाज़ फ़िलहाल तैयार करना मुम्किन नहीं है। गैर मुल्की तआवुन को हाईटेक मामलात तक और टेक्नोलॉजी की मुंतक़ली तक महिदूद कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हुकूमत बैरूने मुल्क वसाइल पर इन्हिसार कम से कम कररही है, खासतौर पर दिफ़ाई ख़रीदारीयों के सिलसिले में इसका ख़्याल रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि तवानाई की से अंत और जंग एसी चीज़ें हैं जिन में हमारे अपने वसाइल अहम लमहात में काम आते हैं। किसी ना किसी वजह से अगर सरबराह करने वाले एशिया-ए-की बरामद पर इम्तिना आइद करदें तो मशीनें रुक जाती हैं, इस लिए खरीदारी में मुनासिब हिकमत-ए-अमली इख़तियार करना बहुत ज़रूरी है।

इस से भी ज़्यादा अंदरून-ए-मुल्क एशिया-ए-की तैयारी अहमियत रखती है।