हैदराबाद।07 जनवरी: मर्कज़ी वज़ीर उमूर अकलियत के रहमान ख़ान ने आज कहा कि मर्कज़ी हुकूमत क़ौमी सतह पर मुसलमानों को तालीम-ओ-रोज़गार में तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने में संजीदा है।
राजिंदर सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशात की मताबात में मुसावी मवाक़े कमीशन के क़ियाम के लिए बहुत जल्द पार्ल्यमंट में बिल मुतआरिफ़ करवाया जाएगा।
के रहमना ख़ान आज यहां ऑल इंडिया माइनारेटेज़ फ़ोर्म के ज़ेर एहतिमाम अक़ल्लीयतों के मसाइल पर एक रोज़ा कनवेनशन से ख़िताब करते हुए काह। साबिक़ रियासती वज़ीर मुहम्मद अली शब्बीर ने कनवेनशन की सदारत की।
के रहमान ख़ान ने कहा कि मुसावी हुक़ूक़ कमीशन की बिल अंदरून दो तीन माह पेश की जाएगी और बहुत जल्द ये क़ानून बन जाएगा। क़ौमी सतह पर ये कमीशन सुप्रीम कोर्ट के साबिक़ चीफ जस्टिस की निगरानी में काम करेगा जबके रियासती सतह पर हाई कोर्टस के रीटाइरड चीफ जस्टिस यह जज करेंगे।
इस कमीशन को तमाम दरकार क़ानूनी इख़्तयारात हासिल करेंगे। उन्हों ने मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के बारे में कहा कि मर्कज़ी हुकूमत आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केराला रियासतों में मुसलमानों को जारी तहफ़्फुज़ात का जायज़ा ले रही है।
इन रियासतों में जारी तहफ़्फुज़ात के मुताला के अख़ज़ करदा नताइज की असास पर मर्कज़ी हुकूमत मुल्क भर में मुसलमानों को तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने एक जामि मंसूबा पेश करेगी।
उन्हों ने बताया कि तकरीबन 11 वज़ारतों के ज़रीये यू पी ए हुकूमत समाजी तरक़्क़ी के प्रोग्रामों पर ज़ाइद अज़ 3 लाख करोड़ रुपये ख़र्च किए जा रहे हैं जिन में से सिर्फ़ 15 फ़ीसद 45,000 करोड़ रुपये अक़ल्लीयतों की तरक़्क़ी के लिए ख़र्च किए जाने हैं। उन्हों ने कहा कि उन की वज़ारत मुताल्लिक़ा वज़ारतों के प्रोग्रामों में अक़ल्लीयतों को इन का मसतहक़ा हिस्सा फ़राहम करने के लिए कोशां है ।