कहते हैं मुसीबत किसी भी वक़्त आसकती है। और ऐसा ही कुछ अं बुरतानवी नव जवानों के साथ भी हुवा जो अपनी हाज़िरदिमाग़ी(हुशारी) से हादिसाती तौर पर दुकान के अंदर दाख़िल होने वाले एक फ़ायर ब्रिगेड ट्रक के नीचे आकर कुचलने से बाल बाल बच गए।
ये दोनों नवजवान एक दूकान के बाहर खड़े आपस में बातें करने में मसरूफ़ थे कि इन के सामने से अचानक एक फ़ाइरबरीगीडटर चंद ही लम्हों(मिनट) में इन को कुचलने केलिए दुकान के अंदर अंदर दाख़िल हो गई।
अचानक रौनुमा होने वाले इस हादिसे से बेख़बर इन नौजवानों ने अपने आसाब(मिनट) पर क़ाबू रखते हुए फ़ौरन दौड़(भागना ) लगाई और ख़ुशक़िसमती से कुचलने से बच गए।इस हादिसे को देखने के बादि या कहना ग़लत ना होगा कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा है।