मुंबई, 18 अक्तूबर (यू एन आई) मुंबई के मुज़ाफ़ात बांद्रा में एक ख़ानदान कीमशरफ़ बाइ सलाम होने के बाद होने वाले फ़िर्कावाराना फ़सादाद के मुआमला में की जाने वाली गिरफ़्तारी पर रोक लगाई जाये।
ये मुतालिबा आज यहां समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र के सदर-ओ-रुकन असैंबली अब्बू आसिम आज़मी ने वज़ीर-ए-दाख़िला आर आर पाटल से किया। वज़ीर-ए-दाख़िला से एक वफ़द की सूरत में मुलाक़ात किए अबू आसिम आज़मी ने कहा कि हमारे मुल्क में हर किसी शख़्स को आईन की रो से मज़हबी आज़ादी हासिल है नीज़ उसे ये इख़तियार है कि वो अपनी पसंद के किसी भी मज़हब को इख़तियार करे लेकिन हाल ही में बांद्रा के भारत नगर इलाक़े में वाल्मीकि समाज से ताल्लुक़ रखने वाले एक ख़ानदान के छः अफ़राद के इस्लाम क़बूल करने के बाद इस नव मुस्लिम ख़ानदान को वाल्मीकि समाज की जानिब से तशद्दुद का निशाना बनाया गया और उन के घर के रूबरू फिक्रोपरस्त ताक़तों से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद ने तूफ़ान बदतमीज़ी करते हुए ना सिर्फ ब्रहना रक़्स क्या उन्हें ख़तरनाक नताइज की धमकीयां दें बल्कि उन्हें बुरी तरह से ज़दकोब भी किया।
अबू आसिम ने कहा कि इस वाक़्य के बाद इलाक़े में फ़िर्कावाराना फ़साद भी रौनुमा हुआ और पुलिस ने दोनों फ़िरक़ों की जानिब से बारह बारह अफ़राद को गिरफ़्तार किया। इस मौक़ा पर नौ मुस्लिम ख़ानदान के तमाम छः अफ़राद ने इस्लाम क़बूल करने के बाद होने वाले ज़ुलम-ओ-सितम की रुवेदाद भी वज़ीर-ए-दाख़िला को ब्यान की।