मुस्लमानों के मआशी-ओ-तालीमी मोक़िफ़ को बहाल करने तिलंगाना का क़ियाम ज़रूरी- ज़हीर उद्दीन अली ख़ान

हैदराबाद। 3/ अक्टूबर:(सियासत न्यूज़) तिलंगाना प्रजा फ्रंट-ओ-मुस्लिम वीलफ़ीर कौंसल की जानिब से तिलंगाना तहरीक से वाबस्ता सरकरदा मुस्लिम तंज़ीमों के सरबराहान का इजलास अहाता सियासत में मुनाक़िद हुआ जिस की सदारत ज़हीर उद्दीन अली ख़ान ने की इन के इलावा मौलाना हुसैन शहीद जनरल सैक्रेटरी ग़ौस ख़ामोशी ट्रस्ट सिंह-ए-अल्लाह ख़ान जनरल सैक्रेटरी टी पी एफ़ नसीर सुलतान सदर तिलंगाना मुस्लिम वीलफ़ीर कौंसल उसमान बिन मुहम्मद अलहाजरी शहबाज़ अली ख़ान अमजद सदर ऐम कियु ऐम अली उद्दीन कादरी एसए क़ैसर वली अलरहमन ऐडवोकेट मुहम्मद फ़रीद मुहम्मद फ़य्याज़ ,जलील अहमद अनवर ख़ान अबदुलहकीम तलगोदीशम अबदुलसत्तार मुजाहिद और दीगर इस मौक़ा पर मौजूद थे सदारती ख़िताब में ज़हीर उद्दीन अली ख़ान ने कहाकि हिंदूस्तान की आज़ादी के बाद रियासत हैदराबाद वाहिद मुस्लमानों की बरसर-ए-इक्तदार रियासत थी जिस में चालीस हज़ार मुस्लमान रियासत के मुख़्तलिफ़ शोबे हयात में ख़िदमात अंजाम दे रहे थे 1948 ता 1969 के दरमयान मज़कूरा मुस्लिम मुलाज़मीन को नौकरीयों से बरतरफ़ करदिया गया इसके इलावा दो लाख से ज़्यादा मुस्लमानों को पुलिस ऐक्शण के नाम पर शहीद करदिया गया उन्हों ने कहाकि तलंगाना तहरीक में शामिल ग़ैर मुस्लिम नौजवानों को इन हक़ायक़ से वाक़िफ़ करवाने के बाद 17सितंबर को तलंगाना हामी मज़कूरा नौजवानों ने वल्लभ भाई पटेल के पोस्टर्स को नज़र-ए-आतिश किया और यौम ग़द्दारी मनाया ज़हीर उद्दीन अली ख़ान ने कहा कि मुस्लमानों को इक़तिदार से दूर रखने के लिए उन्हें हमेशा मसाइल में उलझाकर इन का इस्तिहसाल किया गया।उन्हों ने कहा कि हैदराबाद स्टेट और मेवात को पाँच रियास्तों में तक़सीम करदिया गया जहां पर मुस्लमान ना सिर्फ मआशी तौर पर ताक़तवर थे बल्कि आली सरकारी ओहदों पर फ़ाइज़ थे और तालीमी तौर पर भी सब से आगे थे ज़हीर उद्दीन अली ख़ान ने कहाकि तलंगाना के मुस्लमानों के मआशी और तालीमी मौक़िफ़ को बहाल करने के लिए अलैहदा रियासत तलंगाना का क़ियाम ज़रूरी है उन्हों ने मज़ीद कहाकि अलैहदा रियासत तलंगाना के क़ियाम के ज़रीया तलंगाना के मुस्लमानों के लोटे हुए असासों बिलख़सूस ओक़ाफ़ी इमलाक की बाज़याबी मुम्किन है उन्हों ने कहाकि यही एक वजहा है कि आर यस यस अलैहदा रियासत तलंगाना के क़ियाम की मुख़ालिफ़त कररही है उसमान अलहाजरी, शहबाज़ अली ख़ान अमजद और जलील अहमद ने मुशतर्का तौर पर तलंगाना तहरीक में मुस्लमानों की मूसिर नुमाइंदगी पर ज़ोर दिया और कहा कि ज़हीरउद्दीन अली ख़ां की क़ियादत में मुस्लमान अलैहदा रियासत तलंगाना की जारी जद्द-ओ-जहद में मज़ीद शिद्दत पैदा करसकते हैं। इन क़ाइदीन ने कहा कि रोज़ अव्वल से ही तलंगाना तहरीक में इदारे सियासत की ख़िदमात नाक़ाबिल फ़रामोश हैं और सियासत ने तलंगाना तहरीक में शामिल मुस्लमानों में हौसले पैदा किया। इजलास की कार्रवाई सलाह उद्दीन लोधी तलगो देशम क़ाइद ने चलाई। मज़कूरा इजलास में कांग्रेस कोर कमेटी के ख़िलाफ़ एहितजाजी मुज़ाहरा और नई दिल्ली में तलंगाना की ताईद में मुस्लिम क़ाइदीन की जानिब से धरना और भूक हड़ताल के इलावा तलंगाना के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में अलैहदा रियासत तलंगाना के आजलाना क़ियाम का मुतालिबा करते हुए हर जुमा और हफ़्ता दो दिन रोज़े रखने का लायेहा-ए-अमल तैय्यार किया गया। एहितजाजी प्रोग्रामों का मुतआक़िब तारीख़ों में ऐलान किया जाएगा। तमाम एहितजाजी प्रोग्रामों में शिरकत और भरपूर ताईद-ओ-हिमायत का मुस्लिम क़ाइदीन की जानिब से इस मौक़ा पर ऐलान किया गया।