मुस्लमानों को तहफ़्फुज़ात, बी जे पी चिराग़ पा , ख़ानाजंगी की धमकी

नई दिल्ली/लखनऊ,२४ दिसम्बर:(एजैंसीज़/ पी टी आई) मुस्लमानों को 4.5 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात पर चिराग़ पा होते हुए बी जे पी ने कहा कि इस से मुल्क में ख़ानाजंगी पैदा होगी। ओ बी सी के लिए 27 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के अंदर अक़ल्लीयतों के लिए ज़िमनी कोटा बनाना कांग्रेस का ख़तरनाक सयासी खेल है।

बी जे पी ने कहा कि मुल्क में मुख़्तलिफ़ तबक़ात के अंदर ख़ानाजंगी भड़क सकती है।

बी जे पी के नायब सदर मुख़तार अब्बास नक़वी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक ख़तरनाक खेल खेल रही है। इन की पार्टी मुस्लमानों की समाजी, मआशी तरक़्क़ी की हामी है। लेकिन कांग्रेस सयासी फ़वाइद के लिए गुज़श्ता 60 साल से मुस्लमानों के वोटों का इस्तिहसाल कर रही है।

सी पी आई ऐम ने मुस्लमानों के लिए तहफ़्फुज़ात मुक़र्रर करने पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए मज़ीद तहफ़्फुज़ात का मुतालिबा किया है। जबकि कांग्रेस ने कल रात दीगर पसमांदा तबक़ात के लिए मुक़र्ररा 27 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के अंदर मुस्लमानों के लिए 4.5 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की तजवीज़ को मंज़ूरी देने पर मुसर्रत ज़ाहिर की। इस फ़ैसले के बाद मुल्क भर में सयासी तनाज़ा उठ खड़ा हो गया है।

समाजवादी पार्टी और सी पी आई ऐम ने इस कोटे को सिर्फ एक अलामती क़रार दिया और मज़ीद तहफ़्फुज़ात का मुतालिबा किया। हुक्मराँ कांग्रेस ने मर्कज़ी काबीना के फ़ैसले का ख़ौरमक़दम करते हुए कहा कि ये एक काबिल-ए-सिताइश क़दम है। पार्टी ने ना सिर्फ 2009 लोक सभा इंतिख़ाबात में अपने मंशूर में किए गए वाअदे को पूरा किया है बल्कि इस से बढ़ कर क़दम उठाया है।

इस फ़ैसले से तमाम अक़ल्लीयतों को फ़ायदा होगा। बी जे पी लीडर अनंत कुमार ने कहा कि सरकारी मुलाज़मतों और यूनीवर्सिटी नशिस्तों के लिए कोटे के अंदर कोटा निकालना ग़लत क़दम है। पार्टी इस फ़ैसले की मुख़ालिफ़त करेगी। उन्हों ने कहा कि पसमांदा तबक़ात को बाइख़तियार बनाना ज़रूरी है। उन्हें समाजी इंसाफ़ मिलना चाहीए। हम इस फ़ैसले के हामी नहीं हैं।

अनंत कुमार की पार्टी के रफ़ीक़ रवी शंकर प्रशाद ने कहा कि बी जे पी इस फ़ैसले की शदीद मुख़ालिफ़त करेगी। हुकूमत ने ज़ात पात के निज़ाम पर फ़ैसला किया है। समाजवादी पार्टी के सदर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि काबीना का फ़ैसला नहीं के बराबर है।

उन्हों ने अक़ल्लीयतों के लिए कम अज़ कम 18 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात का मुतालिबा किया। साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर यू पी दुबारा इक़तिदार हासिल करने के लिए मुस्लमानों की दिलजोई की कोशिश कररहे हैं। उन्हें दिए गए तहफ़्फुज़ात में इज़ाफ़ा का मुतालिबा किया। सी पी आई एम ने कहा कि ज़िमनी कोटा ग़ैर मुनासिब है, बल्कि ये अलामती कहलाता है।

इसलिए उन्होंने अक़ल्लीयतों के लिए 15 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात पर अमल आवरी के लिए दस्तूरी तरमीम का मुतालिबा किया। कांग्रेस लीडर दिग विजए सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने इंतिख़ाबी मंशूर में OBC मुस्लमानों के लिए तहफ़्फुज़ात का वाअदा किया था, जिसे पूरा किया गया।

लखनऊ में मर्कज़ी वज़ीर बराए लोहा बीनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि मुस्लमानों को अलैहदा कोटा देना मर्कज़ी हुकूमत का एक क़ीमती क़दम है। एक ब्यान में सी पी आई एम पोलिट ब्यूरो ने कहा कि यू पी ए हुकूमत ने रियासत उत्तरप्रदेश के इंतिख़ाबात को मद्द-ए-नज़र रख कर अलामती क़दम उठाया है।

सी पी आई ऐम जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करट ने कहा कि जस्टिस रघूनाथ मिश्रा कमीशन की सिफ़ारिशात का उन तहफ़्फुज़ात में कोई निशान नज़र नहीं आता। उन्हों ने कहा कि मुस्लमानों के लिए ज़िमनी तहफ़्फुज़ात देना काफ़ी नहीं ही, इस से अक़ल्लीयतों को कुछ फ़ायदा नहीं होगा। जनता दल यू ने इस फ़ैसले को वापिस लेने का मुतालिबा किया। एन डी ए हलीफ़ जनताल दल यू के क़ौमी तर्जुमान शेवा नंद तीवारी ने कहा कि मुस्लमानों को तहफ़्फुज़ात का फ़ैसला बद बख्ता ना है। कांग्रेस मुल्क में हिंदूतवा को मज़बूत बना रही है।

लोक जन शक्ति पार्टी के सदर राम विलास पासवान ने मर्कज़ी काबीना के फ़ैसले का ख़ौरमक़दम किया। पासवान ने कहा कि हुकूमत ने दिलजोई की पालिसी इख़तियार नहीं की है, ये फ़ैसला बहुत पहले किया जाना था। अगर हुकूमत ने पाँच रियास्तों में इंतिख़ाबात के क़रीब ये ऐलान किया है तो ये कोई ग़लत बात नहीं है।