चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी ने आइन्दा साल पंचायत इंतेख़ाबात से क़ब्ल मुस्लमानों के लिए कई मुराआत का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि मुस्लमानों को सरकारी मुलाज़मतों में तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के लिए उन की हुकूमत अनक़रीब क़ानूनसाज़ी करेगी।
चीफ़ मिनिस्टर ने आज नेताजी इंडोर स्टेडीयम में अइम्मा से मुलाक़ात के दौरान कहा कि साबिक़ा हुकूमत ने मोअस्सर सर्वे के बगै़र मुस्लमानों को तहफ़्फुज़ात दिए थे, जिसकी वजह से उन्हें हक़ीक़ी मानी में फ़ायदा नहीं पहुंचा और ये मसला हनूज़ अदालत में ज़ेर तसफ़ीया है।
ममता बनर्जी ने कहा कि मुस्लमानों का बा क़ायदा सर्वे कराया जाएगा। उन्होंने मुस्लमानों को तरजीही बुनियादों पर रोज़गार का तीक़न देते हुए कहा कि हुकूमत इम्पलाइमेंट बैंक क़ायम कर रही है और तक़रीबन 20 हज़ार मुलाज़मतें इस के ज़रीया फ़राहम की जाएंगी।
अक़ल्लीयतों को स्कालरशिप्स के बारे में ममता बनर्जी ने कहा कि पेशरू बाएं बाज़ू महाज़ दौर-ए-हकूमत में सिर्फ 3 लाख उम्मीदवारों को स्कालरशिप दी जा रही थी, लेकिन जब उन्होंने हुकूमत सँभाली इसके बाद से तक़रीबन 16 लाख अक़ल्लीयती तलबा को तालीमी मैदान में क़र्ज़ फ़राहम किया गया।
ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने कभी मुस्लमानों के साथ दग़ा बाज़ी नहीं की और जो वायदे किए थे उन्हें पूरा किया है। उन्होंने बताया कि अक़ल्लीयती डिपार्टमेंट के लिए फंड्स में बजट में 73 फ़ीसद का इज़ाफ़ा किया गया। उन्होंने कहा कि उन की हुकूमत राजिंदर सिंह सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशात पर अमल कर रही है।
चुनांचे ऐसे अज़ला में जहां उर्दू बोलने वालों की आबादी 10 फ़ीसद से ज़ाइद है, वहां उर्दू को सरकारी ज़बान का मौक़िफ़ दिया गया है। इस प्रोग्राम में शाही इमाम टीपू सुलतान मस्जिद मौलाना नूरा लर हमन बरकाती भी मौजूद थे। ममता बनर्जी ने रियासत के तक़रीबन 30 हज़ार इमामों को वक़्फ़ बोर्ड के ज़रीया माहाना 2500 रुपय मुशाहिरा अदा करने का भी ऐलान किया।
उन्होंने बताया कि सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड अबदुल ग़नी की ज़ेर-ए-क़ियादत टास्क फ़ोर्स इमामों की बहबूद पर अपनी रिपोर्ट अंदरून 15 यौम पेश करेगी।