मुस्लमानों को बराए नाम तहफ़्फुज़ात महिज़ इलेक्शन हथकंडा : मुफ़्ती मुकर्रम अहमद

नई दिल्ली ३१ दिसम्बर: (फैक्स) शाही इमाम मस्जिद फ़तह पूरी दिल्ली मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने आज नमाज़ जुमा से क़बल ख़िताब में कहाकि मर्कज़ी हुकूमत बच्चों की तरह मुस्लमानों को बहलाने का काम कर रही है। अगर इस के अंदर मुस्लमानों से हमदर्दी नहीं है तो तहफ़्फुज़ात के दिखावे की भी किया ज़रूरत है।

उन्होंने कहाकि ओ बी सी कोटा में तो मुस्लमानों की कुछ बिरादरीयां पहले से भी आती हैं लेकिन अफ़सोस ये है कि ओ बी सी सर्टीफिकट देने वाले आफ़िसरान तास्सुब का शिकार हैं और ओ बी सी सर्टीफिकट को हासिल करना ही मुश्किल नज़र आता है।

अब कोटा दर कोटा वो भी 4.5 फीसदी से भी किया भला होगा। पाँच अक़ल्लीयतों में से किसी के भी हिस्सा में एक फीसदी भी नहीं आएगा।

सिक्ख बौध अक़ल्लीयतें तो 1950 से 341 दफ़ा के तहत तहफ़्फुज़ात ले रही हैं और दूसरी अक़ल्लीयतों की हालत मुस्लमानों से बहुत बेहतर है। इस के बावजूद उन्हें भी इन तहफ़्फुज़ात में शामिल रखा गया है।