हिन्दुस्तान की नामवर दीनी यूनीवर्सिटी दार-उल-उलूम देओबन्द के एक शोबे ने आज मुस्लमानों से ख़ाहिश की कि वो अपनी राय दही के वक़्त सिर्फ़ मज़हब की बुनियाद पर किसी पार्टी के क़ाइद को वोट ना दें। जनरल सेक्रेटरी कल हिंद राबिता मसाजिद मौलाना अबदुल्लाह इब्न अलक़मर उल-हुसैनी ने कहा कि वोट देने से गुरेज़ नहीं करना चाहीए लेकिन किसी शख़्स को सिर्फ़ ऐसी किसी पार्टी या लीडर को वोट नहीं देना चाहीए। सिर्फ़ इस लिए कि वो मुस्लमान हैं बल्कि उसकी बेहतर ख़िदमात और कामों की बुनियाद पर उसकी ताईद में वोट देना चाहीए।
उन्होंने कहा कि शरीयत इस्लामी के मुताबिक़ राय दही एक अहम फ़रीज़ा है क्योंकि ये एक शहादत है इस लिए मुस्लमानों को अपने वोट के लिए मज़हब की बुनियाद पर नहीं बल्कि बेहतरी की बुनियाद पर लीडर और पार्टी का इंतेख़ाब करना चाहीए। ये हर मुस्लमान की ज़िम्मेदारी है कि हक़ राय दही का मुम्किना हद तक ज़्यादा से ज़्यादा और बिलकुल दुरुस्त इस्तेमाल करें।