मुस्लमानों को हक़ दिलाने में फांसी पर लटकने के लिए तैयार

मुस्लमानों के बारे में अपने मौक़िफ़ को मज़ीद मज़बूत बताते हुए कांग्रेस लीडर सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि अगर इलेक्शन कमीशन ने उन्हें फांसी पर भी लटका देता है तो वो पसमांदा मुसमानों के हुक़ूक़ को यक़ीनी बनाएंगे। ख़ुतकपुर में इंतेख़ाबी जलसा से ख़िताब करते हुए मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़ानून ने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने मेरी सरज़निश की है लेकिन मुसलमानों की बहबूद के ताल्लुक़ से मेरा मौक़िफ़ अटल है।

अगर मैं पसमांदा मुस्लमानों की तरक़्क़ी और उन के हुक़ूक़ की बात करता हूँ तो और इस पर इलेक्शन कमीशन मुझे फांसी पर लटका दे तो मुझे उस की कोई परवाह नहीं होगी। मैं मुस्लमानों के हक़ में सब कुछ करने तैयार हूँ। वो इस बात को यक़ीनी बनाएंगे कि पसमांदा मुस्लमानों को इन का हक़ मिले। उन्हों ने इस्तिफ़सार किया कि क्या में ये भी नहीं कह सकता कि पसमांदा मुस्लमानों को इनका हक़ मिलेगा।

उन्हों ने कहा कि 22 साल बाद रियास्ती असेंबली में कांग्रेस क़ौमी पर्चम लहराएगी। इलेक्शन कमीशन ने अक़ल्लीयतों केलिए ज़ेली कोटा पर उन के रिमार्कस का नोट लेते हुए सलमान ख़ुरशीद की सरज़निश की है। कमीशन का कहना है कि सलमान ख़ुरशीद ने इंतेख़ाबात के लिए नाफ़िज़-उल-अमल ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वर्ज़ी की है। सलमान ख़ुरशीद यहां अपनी अहलिया लूसी ख़ुरशीद के लिए इंतेख़ाबी मुहिम चला रहे हैं जो उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद असेंबली हलक़ा से कांग्रेस उम्मीदवार हैं।

उन्होंने गुज़श्ता माह राय दहिंदों से वायदा किया था कि इन की पार्टी दीगर पसमांदा तबक़ात (ओ बी सीज़) के 27 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात में से मुस्लमानों के लिए 9 फ़ीसद ज़ेली कोटा में इज़ाफ़ा करेगी। इस पर इलेक्शन कमीशन के बी जे पी की शिकायत के बाद सलमान ख़ुरशीद की सरज़निश की थी।

बी जे पी ने इलेक्शन कमीशन से मुतालिबा किया था कि वो ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वर्ज़ी पर सलमान ख़ुरशीद के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे। मुस्लमानों के कोटे से मुताल्लिक़ अपने रिमार्क पर इलेक्शन कमिशनर की सरज़निश के बावजूद मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने कहा है कि वो हर क़ीमत पर पसमांदा मुस्लमानों को कोटा मुहय्या कराने के पाबंद हैं ख़ाह तख़्तादार से क्यों ना लटकना पड़े।

इस हलक़े में 19 फरवरी को वोट डाले जाऐंगे।मिस्टर ख़ुरशीद ने वाज़िह किया कि पसमांदा मुस्लमानों को मर्कज़ हसब वायदा कोटा फ़राहम करेगा और पार्टी के इस अह्द पर किसी को भी शुबा नहीं होना चाहीए।वज़ीर-ए-क़ानून की ये बातें यक़ीनन इलेक्शन कमीशन को पसंद नहीं आएंगी जो उनके इस ऐलान पर एतराज़ कर चुका है जिस में उन्हों ने कहा था कि यू पी में कांग्रेस इक़तेदार में आई तो मुस्लमानों को 9 फ़ीसद कोटा मुहय्या किया जाएगा।

मर्कज़ ने हाल में पसमांदा मुस्लमानों को साढे़ चार फ़ीसद ज़ेली कोटा देने का ऐलान किया है जिस पर अमल इंतेख़ाबात के पेशे नज़र मुल्तवी है।मिस्टर ख़ुरशीद बाटला हाऊस एंकाउंटर के ताल्लुक़ से इस ब्यान से सयासी पार्टीयों को बर्गशता ( गुस्सा दिला दिया) चुके हैं कि पार्टी सरबराह सोनीया गांधी एंकाउंटर की तसावीर देख कर रो पड़ी थीं। उन्होंने कहाकि मर्कज़ इस एंकाउंटर के ताल्लुक़ से गिरफ़्तार नौजवानों को इंसाफ़ दिलाने पर ग़ौर कर रहा है।