मुस्लमानों पर हमले हिन्दू वाहिनी के छःकारकुनों की ज़मानत मंज़ूर

हैदराबाद 2 फ़बरोरी (इस एम बिलाल)। शहर के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में ईद-उल-अज़हा के बाद मुस्लिम नौजवानों पर सिलसिला वार क़ातिलाना हमले करने वाले हिन्दू वाहिनी के छः अरकान की आज नामपली क्रीमिनल कोर्ट ने ज़मानत मंज़ूर करली है। सिटी पुलिस इन ख़ाती हिन्दू वाहिनी अरकान के ख़िलाफ़ अदालत में बरवक़्त चार्ज शीट दाख़िल करने में नाकाम रही जिस के सबब उन की ज़मानत की राह हमवार होगई है।तहक़ीक़ाती एजैंसी ने अदालत की इजाज़त हासिल करने के बाद चरला पली जेल में छः हिन्दू वाहिनी अरकान की शनाख़ती परेड करवाई थी जिस में बताया जाता है कि मुतास्सिरा अफ़राद ने तीन मुल्ज़िमीन की इस शनाख़ती परेड में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शनाख़्त की है।

ज़राए ने बताया कि क़ातिलाना हमले करने के इलावा गिरफ़्तार मुल्ज़िमीन ने तुकाराम गेट इलाक़े में एक मुस्लिम आटो ड्राईवर का भी क़तल किया था और इस केस में इन की ज़मानत नहीं हुई है। नामपली क्रीमिनल कोर्ट के सातवें ऐडीशनल मेट्रो पोलीटन सैशन जज ने हिन्दू वाहिनी के छः अरकान बिशमोल सदानंद उर्फ़ सदा, शक्ति विनोद, के उनी कृष्णा, पभा भार्गव, सूर्य वंशी संतोष और पन्डोगा कल्याण की मशरूत ज़मानत मंज़ूर करते हुए उन्हें फी कस 10 हज़ार रुपय के मचल्का पर रिहाई का हुक्म दिया और मुल्ज़िमीन को हर चहार शंबा को इस केस के तहक़ीक़ाती ओहदेदारों के दफ़्तर पर हाज़िरी देने का भी हुक्म दिया।

वाज़ेहरहे कि ईद-उल-अज़हा से क़बल और बाद हिन्दू वाहिनी की टोलियों ने इलाक़े बोइन पली, काच्चि गौड़ा, नारायण गौड़ा, चिक्कड़ पली और साइबर आबाद के कई मुक़ामात पर मुस्लमानों की निशानदेही के बाद मंसूबा बंद तरीक़ा से क़ातिलाना हमले किए थे और इस सिलसिला में कमिशनर टास्क फ़ोर्स ने छः रुकनी टोली को नवंबर में गिरफ़्तार किया था और उन के ख़िलाफ़ ताअज़ीरात-ए-हिंद की दफ़ा 307 ( इक़दाम-ए-क़तल) के तहत मुक़द्दमात दर्ज किए थे और उन्हें चरला पली जेल में महरूस रखा था। इन हमलों कीतहक़ीक़ात की ज़िम्मेदारी सिटी पुलिस की स्पैशल अनोसटी गैशन टीम के हवाले की गई थी और पुलिस तहवील में ख़ाती हिन्दू वाहिनी के अरकान ने इस सिलसिला में इन्किशाफ़ किया था।

लेकिन पुलिस गिरफ़्तार मुल्ज़िमीन के ख़िलाफ़ बरवक़्त ( अंदरून 90 यौम ) चार्ज शीट दाख़िल करने में नाकाम रही जिस के सबब हिन्दू वाहिनी के अरकान को ज़मानत हासिल करने में किसी किस्म की दुशवारी पेश नहीं आई।सिटी पुलिस के ओहदेदारों ने इस कट्टर बुनियाद परस्त तंज़ीम के गिरफ़्तार अरकान के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई करने का दावा किया था लेकिन चार्ज शीट दाख़िल करने में अदम दिलचस्पी से ये ज़ाहिर होता है कि पुलिस हक़ीक़त में इस तंज़ीम के अरकान की नक़ल-ओ-हरकत पर नज़र रखने में नाकाम दिखाई दे रही है। हालाँकि बशमोल एनटलेजनस पुलिस को ये इत्तिलाआत मौजूद हैं कि अनक़रीब मुनाक़िद होने वाले हनूमान जयंती और रामनवमी के मौक़ा पर ये तंज़ीम शरपसंदी में मुलव्वस होसकती है लेकिन पुलिस इस के ख़िलाफ़ क़ानूनन सख़्त कार्रवाई में नाकाम रही है।