मुहम्मद इफ़्तेख़ार उद्दीन अहमद एडवोकेट, रियास्ती सदर आंधरा प्रदेश मुस्लिम रिज़र्वेशन फ्रंट ने आज रोज़ गार्डन फंक्शन हाल, महबूबनगर में मुनाक़िदा इजलास को मुख़ातिब करते हुए कहा कि हलक़ा असेंबली महबूबनगर के ज़िमनी इंतेख़ाबात में टी आर एस के उम्मीदवार सय्यद इबराहीम को फ़िकरोपरस्त ताक़तों की मिली भगत से शिकस्त का सामना करना पड़ा। टी आर एस के सरबराह के चंद्रा शेखर राव ने बी जे पी के साथ खु़फ़ीया मुफ़ाहमत करते हुए एक तरफ़ सय्यद इबराहीम को मैदान में उतारा वहीं बी जे पी से अंदरूनी साज़ बाज़ करते हुए तेलंगाना तहरीक के नाम पर बी जे पी उम्मीदवार को अपने ही जमात के क़ाइदीन के ज़रीया बी जे पी की ताईद में मुहिम चलाई, तेलंगाना जवाइंट ऐक्शन कमेटी की अपील पर दीगर अक़्वाम के साथ साथ मुस्लमानों ने भी मंडल की सतह से लेकर रियास्ती सतह तक अलैहदा तेलंगाना की तहरीक में भरपूर हिस्सा लिया लेकिन टी आर एस के वाहिद मुस्लिम उम्मीदवार की ताईद करने के बजाय मुक़ामी तेलंगाना जवाइंट ऐक्शन कमेटी ने बी जे पी उम्मीदवार की खुल कर ताईद की। टी जे ए सी के सदर प्रोफेसर कोडंडा राम रेड्डी ने भी फ़िक्रो परस्त बी जे पी के साथ खु़फ़ीया मुफ़ाहमत के ज़रीया अपने ही ज़ात से ताल्लुक़ रखने वाले बी जे पी के उम्मीदवार सिरी निवास रेड्डी की कामयाबी में अहम रोल अदा किया। तेलंगाना के क़ियाम के बाद मुस्लमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने और डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर का ओहदा देने के बलँग बाँग दावे करने वाले के सी आर अपने ही हलक़ा पार्लीमेंट से एक मुस्लिम उम्मीदवार को कामयाब बनाने में नाकाम रहे।
हैदराबाद के सिवा तेलंगाना के किसी भी ज़िला से एक भी मुस्लमान एम एल ए मौजूद नहीं है। तेलंगाना की ताईद में मुस्लमानों की आवाज़ को ऐवान असेंबली तक पहुंचाने के लिए तेलंगाना वालों की ज़िम्मेदारी थी कि वो बला लिहाज़ ज़ात पात सैयद इब्राहीम को कामयाब करते हुए सिरी कृष्णा कमेटी की रिपोर्ट जिसमें ये कहा गया है कि मुस्लमान अलैहदा तेलंगाना के ख़िलाफ़ हैं उसे झूटा साबित करने का बेहतरीन मौक़ा तेलंगाना वादीयों ने गंवा दिया जिस की वजह से अलैहदा तेलंगाना की तशकील बीस साल पीछे चली गई है।
तेलंगाना की आबादी में 18 फ़ीसद से ज़्यादा तनासुब रखने वाले मुस्लमानों के साथ सयासी इंसाफ़ करने में ख़ुद तेलंगाना की अवाम नाकाम रही है। हलक़ा असेबली महबूबनगर में बी जे पी ने इंतेख़ाबी मुहिम के दौरान फ़िर्कावारीयत और तासबीत और मुस्लिम मुनाफ़िरत फैलाने की पूरी कोशिश की और इस कोशिश में वो कामयाब भी रहे।
अलैहदा तेलंगाना के क़ियाम से क़ब्ल ही मुस्लमानों के ख़िलाफ़ मज़मूम प्रोपगंडा करने वालों से तेलंगाना के क़ियाम के बाद इंसाफ़ की क्या उम्मीद की जा सकती है। इस इजलास को मज़हर हुसैन शहीद, कन्वीनर महबान मिल्लत ने मुख़ातिब करते हुए कहा कि तेलंगाना के तमाम अज़ला के मुस्लमान के सी आर के फ़िक्रो परस्त चेहरा के आशकार होने के बाद शदीद ग़म-ओ-ग़ुस्सा का इज़हार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि टी आर एस और बी जे पी में अंदरूनी गठजोड़ हो चुका है और आइन्दा इंतेख़ाबात में ये दोनों जमातें मिल कर इंतेख़ाबात में हिस्सा लेंगी। इस इजलास को सैयद मज़हर उद्दीन, जनरल सेक्रेटरी, एम आर एफ़ ज़िला महबूबनगर, ख़्वाजा मुईन उद्दीन, नायब सदर, एम पी जे, मुहम्मद महमूद, स्टेट सेक्रेटरी, मसऊद अली ख़ान, मीर शुएब अली, मुहम्मद इर्फ़ान, मुहम्मद साजिद और दीगर क़ाइदीन मुस्लिम रिज़र्वेशन फ्रंट ने भी मुख़ातिब किया |