मुस्लमान , किसी पार्टी के वोट बैंक ना बनें

हमारे मुल्क के पसमांदा तबक़ात और अक़लियतें इंसाफ़ और हुक़ूक़ से महरूम हैं। ना उन्हें सियासी इदारों में माक़ूल नुमाइंदगी हासिल है और ना मुल्क की दौलत और पैदावार में इन का कोई हिस्सा है।

करप्शन , ख़ानदानी सियासत ,ज़ात पात , और फ़िर्कापरस्ती की बुनियादों वाला कल्चर कभी भी सभी के लिए इंसाफ़ का ज़ामिन नहीं बनता , इस लिए मुसलमानों को किसी भी पार्टी का वोट बंक नहीं होना चाहीए इन ख़्यालात का इज़हार वेलफेयर पार्टी आफ़ इंडिया के रियासती सदर मुल्क मोतसिम ख़ां ने ननदयाल में मुनाक़िदा एक जल्सा-ए-आम को ख़िताब करते हुए किया।

उन्होंने ये भी कहा कि वेलफेयर पार्टी आफ़ इंडिया एसे अफ़राद पर मुश्तमिल होगी जो अवामी ख़िदमत का बेदाग़ रिकार्ड रखते हूँ और ऊंचे आदर्शों के लिए लड़ने और क़ुर्बानियां देने की सलाहीयत रखते हूँ। उन्होंने कहा कि वीलफ़ीर पार्टी आफ़ इंडिया बलालहाज़ मज़हब-ओ-मिल्लत मुल्क-ओ-इंसानियत , बही ख़ाह से अपील करती है कि वो उसकी तंज़ीम को अपने शहर-ओ‍गाव‌-ओ-क़स्बा में क़ायम करने उसकी इबतिदाई रुकनीयत क़बूल करें और इसे हमारे अज़ीज़ वतन में एक मूसिर-ओ-मुतबादिल सियासी क़ुव्वत बनाने में मददगार हूँ।

ननदयाल के एन टी आर शादी ख़ाना में मुनाक़िदा इस जलसे में मुसलमानों की कसीर तादाद मौजूद थी जिस में तालीमयाफ्ता अफ़राद की अक्सरीयत थी।