अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर चले रहे ‘हैश टॉक टू ए मुस्लिम’ अभियान की निंदा करते हुए इसे बेहूदा बताया है. अनुपम खेर ने को यहां केंद्रीय औद्योगिकी सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की गोल्डन जुबली पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
Golden moments with renowned actor, recipient of Padma Shri, Padma Bhushan & Chairman-FTII Shri @AnupamPKher in the #CISF Golden Jubilee Year @ CISF Unit RCFL, Mumbai. Brightened our day with your wise, inspirational & beautiful words. Moments shared will be cherished forever. pic.twitter.com/ZUyzGwQmbn
— CISF (@CISFHQrs) July 19, 2018
ट्विटर पर ‘#TalkToaMuslim’ कैंपेन पर उपयोगकर्ता कमेंट कर रहे हैं. स्वरा भास्कर और गौहर खान जैसी शख्शियतों ने भी इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं. अनुपम खेर ने अभियान पर कहा, “मैं एक ऐसे परिवार से आया हूं जिसने कभी यह नहीं सिखाया कि दूसरे धर्म होते हैं. हम सभी धर्मो का सम्मान करते हैं और यह एक बेहूदा अभियान है.”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि इस अभियान में मुस्लिमों को छोटा बताया है, जो मेरे हिसाब से शर्मनाक है. हमें किसी की धार्मिक भावनाओं को नहीं दुखाना चाहिए. आज कोई अभियान चलाना वास्तव में बहुत आसान हो गया है. हर रोज सोशल मीडिया पर कोई न कोई अभियान ट्रेंड करने लगता है. मुझे लगता है कि कुशलता से काम करते हुए हमें चलन शुरू करना चाहिए. हर किसी के खून और जीवन में ‘आई एम एन इंडियन’ अभियान चलना चाहिए.”
Once someone asked me what touches me the most. My cheeky reply was,”A security officer at the airport.” So it was great to be able to do that to @CISFHQrs officer Amit during my #MotivationalLecture to them. Jai Ho.😎😍🇮🇳#AllDreamsComeTrue #KuchBhiHoSaktaHai #MagicOfUniform pic.twitter.com/kbLYVM6Rsq
— Anupam Kher (@AnupamPKher) July 19, 2018
अनुपम ने सीआईएसएफ जवानों के साथ राष्ट्रगान गाया. उन्होंने कहा, “मैं वर्दी पहनने वाले लोगों के प्रति हमेशा ही खुद को भावुक और गौरवान्वित महसूस करता हूं.” शिमला में बीते अपने बचपन के दिनों की याद ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि वहां पश्चिमी कमान का मुख्यालय था, वहां ‘जय हिंद’ या राष्ट्र गान गाना स्वाभाविक था.
उन्होंने कहा, “हाल ही में एथलीट हिमा दास भी गोल्ड मेडल जीतने के बाद तब रोने लगी थीं जब पुरस्कार समारोह में अपना राष्ट्रगान चल रहा था. इसलिए जब आप तिरंगा देखें और राष्ट्रगान चल रहा हो तो आपके रोंगटे खड़े होना स्वाभाविक है.”