मुस्लिम आरक्षण के नाम पर KCR मुसलमानों को धोखा दे रहे हैं: गुलाम नबी आजाद

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने तेलंगाना में मुस्लिम आरक्षण का पुरजोर विरोध करते हुए टीआरएस की आलोचना की है। आजाद ने तेरास पर मुसलमानों को धोखा देने का आरोप लगाया। उनके मुताबिक टीआरएस को भी पता है कि मुसलमानों को 12 फीसदी आरक्षण अवैध है जिसे कोर्ट से अस्वीकार किया जा सकता है। फिर भी लोगों को झांसा देने के लिए टीआरएस सुप्रीमो केसीआर मुसलमानों को 12 फीसदी आरक्षण का भरोसा दिला रहे हैं।

गुलाम नबी आजाद ने दलील दी कि साल 2004 में तत्कालीन संयुक्त आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री दिवंगत राजशेखर रेड्डी ने 5 फीसदी मुसलमानों के आरक्षण का वायदा किया था। जिसे कोर्ट ने 4 फिसदी करते हुए देते हुए तत्कालीन सरकार की मांग ठुकरा दी थी। फिर मौजूदा स्थिति में कैसे मान लिया जाय कि कोर्ट 12 फीसदी मुस्लिम आरक्षण को स्वीकार कर लेगी।

सोशल मीडिया पर गुलाम नबी आजाद के ताजा बयान पर जमकर प्रतिक्रियाएं दी जा रही है। एक शख्स ने आजाद को करारा जवाब देते हुए लिखा, “आपकी पार्टी भी एनसीपी के साथ महाराष्ट्र में इसी तरह की राजनीति कर रही है।”

बता दें कि महाराष्ट्र में भी विपक्ष में रहते कांग्रेस पार्टी मुसलमानों को अधिक से अधिक आरक्षण का भरोसा दिला रही है। जबकि आम मुस्लिम मानसिकता की बात करें तो वे ये समझ रहे हैं कि राजनीतिक दल आरक्षण के नाम पर वोट का जुगाड़ करने की जुगत में हैं। साथ ही इस तरीके से मुस्लिम भावनाओं को चोट पहुंचाई जा रही है।