बर्तानिया के आलमगीर सतह पर मुस्लमानों की मदद करने वाले इदारा मुस्लिम ऐड ने जुनूबी वसती सोमालीया , सोमाली लैंड और पिंट लैंड में दिक़ के मरीज़ों के ईलाज केलिए 10 टी बी क्लीनिक्स के क़ियाम का ऐलान किया है।
24 मार्च को आलमी टी बी डे के मौक़ा पर मुस्लिम ऐड के एक क्लीनिक का पिंट लैंड में क़ियाम का ऐलान किया गया था। हर साल बर्र-ए-आज़म अफ़्रीक़ा के लाखों अफ़राद टी बी के मर्ज़ का शिकार होजाते हैं।
आलमी इदारा-ए-सेहत के बमूजiब इस मर्ज़ से अफ़्रीक़ा में होने वाली 95 फ़ीसद अम्वात औसत और मआशी तौर पर पसमांदा तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाली अक़्वाम की होती हैं।
टी बी का मर्ज़ इन इलाक़ों में तेज़ी से फैल रहा है जहां की आबादी में ग़रीबों की अक्सरीयत है। सफ़ाई की मुनासिब सहूलतें दस्तयाब नहीं हैं।
कम इलमी और ना वाक़फ़ीयत की वजह से टी बी के मर्ज़ की बर वक़्त तशख़ीस की सहूलतें मौजूद नहीं हैं जिस की वजह से मर्ज़ की कब्ल अज़ वक़्त या बर वक़्त शनाख़्त नहीं होपाती और ईलाज के आग़ाज़ तक मर्ज़ अपने आख़िरी और मोहलिक मरहले में पहुंच जाता है।
एशियाई ममालिक में भी आज से सिर्फ 50 साल कब्ल दिक़ लाहक़ होने पर मौत यक़ीनी समझी जाती थी, लेकिन तिब्बी सहूलतों की दस्तयाबी और सफ़ाई के बेहतर इंतिज़ामात के बाद अब टी बी मुहलिक मर्ज़ बरक़रार नहीं रहा।