मुस्लिम और हिन्दू धर्मगुरु ने मिलकर मनाई होली, कहा- गीता और कुरान एक ही सन्देश

hindu muslim
लखनऊ। एक तरफ देश भर में धर्म और जाती के नाम पर असहिष्णुता का माहौल है तो वही लखनऊ में हिन्दू और मुस्लिम धर्म गुरुओं ने एक साथ होली मनाई। होली के मौके पर चौक उद्योग व्यापार मंडल और शुभ संस्कार समिति के मंच पर महंत देव्यागिरी और मौलाना कल्बे सादिक एक मंच पर मौजूद रहे। दोनों धर्म गुरुओं ने होली की बधाई दी और सभी ने शहीद भगत सिंह, राज गुरु, सुखदेव की फोटो पर माल्यार्पण कर उनके सहादत को सलाम किया।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

देश को आज़ादी दिलाने वाले इन वीरों को भी धर्म गुरुओं ने याद किया। पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार शुभ संस्कार समिति के संस्थापक ऋद्धि गौर ने कहा की आज का समय भारत माता की जय कहने वालों को देष द्रोही और अपमान करने वालों को देश भक्त बताया जा रहा है। देश में ऐसी स्थिति पैदा हो गई। इसे देखते हुए होली पर आयोजित मेले में धर्म गुरुओं को बुलाकर देश को मजबूती प्रदान करने की कोशिश की गई।
कार्यक्रम स्थल को तिरंगे गुब्बारे से सजाया गया। इस अवसर पर मौलाना कल्बे सादिक साहब,मौलाना फिरंगी महली, महंत दैव्या गिरि , सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा , मंत्री अभिषेक मिश्रा, राज्यमंत्री संदीप वंसल, जगदीष गांघी ज,छावनी परिषद के सदस्य प्रमोद शर्मा, व्यापार मंडल के नगर हाफिस जलील सिदिकी,रंजीता शर्मा ने शांति का सन्देश देने के लिए सफ़ेद कबूतर छोड़े। हज़ारों की संख्या में तिरंगे गुब्बारे उड़ाए गए। सभी अतिथियोंने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
गीता और कुरान एक ही सन्देश देता है
मौलाना फिरंगी महली ने कहा कि गीता और कुरान में एकता और एक दूसरे के प्रति सर्मपणका सन्देश देते है। महंत दैव्या गिरी ने कहा कि समय आ गया है कि हम बच्चों को अच्छे संस्कार दे हमारी युवा पीडी की मानसिकता ठीक होगी तभी राष्ट्र की सेवा होगी। सभी अतिथियों ने होली की बधाई देते हुए एकता, अखण्डता, को मजबूत करने की बात कही। जो लोग आजादी के नाम पर देश को तोडने की बात कर रहें है उनके मनसूबे कामयाब ना होने देने का संकल्प लिया।

courtesy: upuklive