मुस्लिम क़ब्रिस्तानों की निगहदाशत (देख भाल) के लिए हुकूमत की जानिब से फंड्स की अदम इजराई पर तेलगुदेशम पार्टी ने सख़्त एहतिजाज किया। क़ानूनसाज़ कौंसल में वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान तेलगुदेशम के डिप्टी लीडर जनाब इबराहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती ने वज़ीर-ए-अक़लीयती बहबूद मुहम्मद अहमद उल्लाह पर सख़्त तन्क़ीद की कि उन्हों ने अक़लीयती को फंड्स की इजराई में दिलचस्पी नहीं दिखाई है ।
एक सवाल के जवाब में हुकूमत ने कहा कि वाई ऐस राज शेखर रेड्डी दौर-ए-हकूमत में मुस्लमानों और ईसाईयों को क़ब्रिस्तान के लिए अराज़ी अलॉट की जाय । क़ब्रिस्तान की निगहदाशत के लिए ईसाई तबक़ा को तीन करोड़ रुपये जारी किए गए ।जनाब इबराहीम मसक़ती ने मुस्लिम अक़लीयत को इस तरह का फ़ंड जारी ना करने के बारे में सवाल किया। वज़ीर-ए-अक़लीयती बहबूद ने बताया कि ईसाई तबक़ा की जानिब से हुकूमत से नुमाइंदगी की गई थी जबकि मुस्लिम अक़लीयत ने कोई नुमाइंदगी नहीं की इस पर जनाब मसक़ती ब्रहम हो गए और कहा कि क्या आप अपने घर से फ़ंड जारी कर रहे हैं।
क्या मुस्लमान आप के पास पहुंच कर फंड्स की भीक मांगें ? उन्हों ने कहा कि वज़ीर-ए-अक़लीयती बहबूद की हैसियत से अहमद उल्लाह की ज़िम्मेदारी है कि वो जी ओ पर अमल करें और इस के लिए मुस्लमानों की नुमाइंदगी का बहाना ना बनाया जाय । उन्हों ने कहा कि मुस्लमानों के टेक्स का पैसा उन्हें देने में हुकूमत को क्या एतराज़ हो सकता है। वज़ीर-ए-अक़लीयती बहबूद ने तय्क्कुन दिया कि वो बहुत जल्द इस मसला का जायज़ा लेकर अक़लीयतों के लिए भी फंड्स की इजराई को यक़ीन बनाएंगे ।