इलाके कोठी में ओक़ाफ़ी जायदाद को हथियाने(क़बज़ा) के मक़सद से गणेश पंडाल की तंसीब का बहाना करते हुए दरगाह और कई क़ब्रों को तोड दिया मगर उसी इलाके के चंद गैर मुस्लिम अस्हाब ने इस हरकत को नापसंद करते हुए शर पसंद अनासिर की कार्रवाई का भांडा फोड़ दिया। पुलिस ने फ़ौरी कार्रवाई करते हुए इस शरपसंद कार्रवाई पर शेवा नंद नामी एक शख़्स को हरासत में ले लिया।
आज दिन में इदारा सियासत को एक फ़याकस बह ज़बान अंग्रेज़ी मौसूल हुआ जिस में ये बताया गया कि चंद लोग कोठी इलाके में पत्थर की मस्जिद से मुत्तसिल अंदरूनी कमान में ओक़ाफ़ी जायदाद पर क़बज़ा करने क़ब्रिस्तान को तबाह कररहे हैं और फ़िर्कावाराना मसला खड़ा कररहे हैं।
इन नामालूम हमदर्दों ने फ़ौरी कार्रवाई करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। फ़याकस मिलने के साथ एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने सदर दक्कन वक़्फ़ प्रॉपर्टी प्रोटेक्शन सोसाइटी उसमान बिन मुहम्मद अलहाजरी को फ़ौरी मुक़ाम वाक़िये पर पहुंचने का मश्वरह दिया और सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड जनाब ग़ुलाम अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह को भी क़ब्रों को तोडने से आगाह करते हुए फ़ौरी कार्रवाई करने का मश्वरह दिया।
उसमान बिन मुहम्मद अलहाजरी ने मुहम्मद अहमद के साथ फ़ौरी वहां पहुंच गए। कुछ ही देर बाद वक़्फ़ बोर्ड के ओहदेदार फ़लाह उद्दीन अंसारी चीफ इन्सपेक्टर आडीटर, अज़मत उल्लाह चीफ रेंट ऑफीसर, शुजाअत सुरवीर और सना उल्लाह ख़ान प्रोटेक्शन ऑफीसर भी वहां पहुंच गए और बाद मुआइना अफ़ज़ल गंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।
क़ब्रों की तोड पेड के बाइस इलाके में कुछ देर के लिए कशीदगी फैल गई थी जिस पर पुलिस के आला ओहदेदार भी वहां पहुंच गए। उसमान बिन मुहम्मद अलहाजरी ने कहा कि इस इलाके में चूँकि मुसलमानों की आबादी नहीं है, इस लिए कुछ शरपसंद अनासिर ने गणेश पंडाल के बहाने क़ब्रों को तोड पेड करना शुरू करदिया मगर मुक़ामी हिंदू भाईयों की ग़ैरत गोराह नहीं की के वो मुसलमानों की क़ब्रों को तोड पेड करते हुए अपने भगवान की मूर्ती इस्तादा की जाये।
यही वजह हैके मुक़ामी गैर मुस्लिम अस्हाब ने नापसंदीदगी का इज़हार किया। जनाब ज़ाहिद अली ख़ान की बरवक़्त हिदायत पर वो भी मुक़ाम वाक़िये पर पहुंच गए और वक़्फ़ बोर्ड के हुक्काम के साथ ख़ातियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई में तआवुन किया।