मुस्लिम क़ाइद को कांग्रेस में अहम ओहदा ना देने पर इज़हारे नाराज़गी

सेक्रेट्री तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस सैयद यूसुफ़ हाश्मी ने किसी मुस्लिम क़ाइद को सदर या वर्किंग प्रेसीडेन्ट ना बनाने पर सख़्त नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि मुसलमान कांग्रेस के किराएदार नहीं, बल्कि हिस्सादार हैं। उन्हों ने कहा कि अक़लीयतों बिलख़ुसूस मुसलमानों ने हमेशा कांग्रेस का साथ दिया, लेकिन कांग्रेस ने ओहदों की तक़सीम में मुसलमानों के साथ इंसाफ़ नहीं किया।

उन्हों ने कहा कि तेलंगाना कांग्रेस में क़ाइदाना सलाहीयत के हामिल कई मुस्लिम क़ाइदीन हैं, ताहम हमेशा उन्हें नजरअंदाज़ किया गया और ओहदों की तक़सीम के वक़्त उन क़ाइदीन का इंतिख़ाबात किया जाता है, जिन का ना तो तेलंगाना तहरीक में कोई हिस्सा है, ना ही कांग्रेस के इस्तिहकाम के लिए उन्हों ने कोई काम किया है, ना ही पार्टी क़ाइदीन और कारकुनों के साथ उन का राबिता है और ना ही गांधी भवन का वो कभी रुख़ करते हैं।

अक़लीयतों ने जब साथ दिया तो 2004 में कांग्रेस को इक़्तेदार हासिल हुआ और जब साथ छोड़ दिया तो 2014 में इक़्तेदार से महरूम हो गई, इस के बावजूद पार्टी अपना मुहासिबा और अक़लीयतों में एतेमाद बहाल करने की कोशिश नहीं कर रही है।