मुस्लिम छात्रा ने वकालत की शिक्षा में हासिल किये 9 गोल्ड मेडल, घर में जश्न का माहौल

अहमदाबाद: गुजरात की एक मुस्लिम छात्रा को वकालत की शिक्षा में शानदार उपलब्धि के लिए एक दो नहीं बल्कि नौ नौ स्वर्ण पदक मिले हैं. दरअसल गुजरात हाई कोर्ट के वकील हाशिम कुरैशी की इच्छा थी कि वह अपने सभी बच्चों को ऐसी शिक्षा दें जिस से वे खुद तो अपने पैरों पर खड़े हों, साथ ही समाज को भी उस से कुछ लाभ मिल सके. बस इसी उद्देश्य को सामने रख कर उन्होंने अपनी लड़की को वकालत की शिक्षा देने की योजना बनाई और आज उनकी लड़की ने ऐसी शानदार सफलता हासिल की है जिस से माता-पिता का नाम पूरे प्रदेश में रोशन हो गया है.

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प्रदेश 18 के अनुसार, अहमदाबाद में रहने वाले हाशिम कुरैशी के घर में आजकल सुख का वातावरण है. लोग एक दूसरे को मिठाई खिला कर ख़ुशी का इज़हार कर रहे हैं.
दरअसल हाशिम की लड़की हनेजा को एक दो नहीं बल्कि नौ नौ गोल्ड मैडल एक साथ मिले हैं. हनेजा की कड़ी मेहनत और लगन से उन्हें यह सफलता मिली है लेकिन उनके माता-पिता ने भी उनका हर हर कदम पर साथ दिया है. इस सफलता के बाद हनेजा कहती हैं कि विशेष रूप से आज के समाज में एक अच्छे वकील की काफी जरूरत है और इस जरूरत को पूरा करने की हमारी कोशिश होगी. साथ ही साथ उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को संदेश दिया कि वे भी अपनी बच्चियों को अच्छी शिक्षा दें ताकि वे भी इसी तरह की सफलता हासिल कर सकें और अपने माता-पिता का नाम रोशन कर सकें.
हनेजा के पिता हाशिम कहते हैं कि खासकर आज मुस्लिम समुदाय के लोगों को एक अच्छे वकील की सख्त जरूरत है, लेकिन अनुभवी वकीलों की फीस इतनी महंगी होती है कि लोग न्याय से वंचित रह जाते हैं. उन्होंने कहा कि भारत की अदालतें न्याय देने के लिए हैं लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि ऐसे वकील जो माहिर होते हैं वे गरीब और आम आदमी के बजट में नहीं मिल पाते. लेकिन हमारी कोशिश होगी कि हमारे बच्चे ऐसे लोगों को आज के हालात में न्याय दिलवा सकें.