कोच्चि: देश के अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ में छपी एक खबर के मुताबिक दाढ़ी रखने की इच्छा रखने वाले एक मुस्लिम जवान को सेना से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। हालांकि मामला काफी पुराना है लेकिन मामले की सुनवाई आखिरी फैसला बीते कल ही आर्म्ड फोर्सेज ट्रिब्यूनल के कोच्चि बैंच ने दिया है जिसमें सेना के उक्त जवान जिसका नाम मकतूम हुसैन है को निकाले जाने के फैसले को बरकरार रखा गया है।
आपको बता दें कि १० साल से सेना में सिपाही रह चुके मकतूम हुसैन को मजहबी बुनियाद पर दाढ़ी रखने के लिए क़ानूनी लड़ाई के बाद इस सैनिक को ‘अनचाहा सैनिक’ बताकर निकाल दिया गया है। सेना ने कहा था की इस्लाम में दाढ़ी रखना लाज़मी नहीं है और इस लिए कोई मुस्लिम इस बात को लेकर अड़ नहीं सकता है क्यूंकि इस मामले को मजहबी एंगल नहीं दिया जा सकता है। सैनिक बल प्राधिकरण के कोच्चि बैंच ने सेना के इस फ़ैसले को बरक़रार रखा है।