हैदराबाद 01 अक्टूबर: रियासत तेलंगाना में 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के लिए जारी रोज़नामा सियासत की तहरीक में अब नई हिक्मत-ए-अमली को इख़तियार किया जा रहा है।
तहफ़्फुज़ात से पहले ही महिकमा जाती सतह से मुलाज़िमतों पर तक़र्रुत के एलानात के बाद तेलंगाना का मुस्लिम तबक़ा तशवीश का शिकार है। अब जबकि ट्रांस्को, जेनको, एन पी डी सी एल में इंजीनीयरों की 1226 जायदादों पर तक़र्रुत होने वाले हैं उनमें 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के तहत मुस्लिम उम्मीदवारों के हिस्से में 147 मुलाज़िमतें आसकती हैं लेकिन मौजूदा 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के ज़रीये तक़रीबन 46 मुलाज़िमतों का मौक़ा दस्तयाब होगा, इस तरह 100 से ज़ाइद सरकारी मुलाज़िमतों से महरूमी अंदेशा है।
इन हालात के पेश-ए-नज़र रोज़नामा सियासत ने तालीमयाफ़ता बेरोज़गार मुस्लिम नौजवानों को ज़्यादा से ज़्यादा मवाक़े फ़राहम करने तर्बीयत और रहनुमाई करने का फ़ैसला किया है। अज़ला के मुस्लमानों ने अब अराकीने असेंबली से नुमाइंदगियों में शिद्दत पैदा करने का फ़ैसला किया है।
सियासत के ज़िम्मेदारों ने 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात की तहरीक में शिद्दत पैदा करने के लिए बाअसर शख़्सियतों को तहरीक से जोड़ने का इरादा किया है। आमिर अली ख़ां जो 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक के अलमबरदार हैं जारीया हफ़्ता अज़ला महबूबनगर और क्रीमनगर का दौरा करेंगे ताके ज़िला के हर मंडल और मुस्लिम आबादी वाले इलाक़ों में से एसे अफ़राद को शामिल किया जाये जो मुक़ामी सतह पर अपना असर रखते हैं।
अज़ला में मीटिंग के ज़रीये शऊर बेदारी के अलावा बी सी कमीशन सिफ़ारिश की एहमीयत और इस के क़ियाम की ज़रूरत पर मुस्लमानों की ज़हन साज़ी की जाएगी।