मुस्लिम तहफ़्फुज़ात को यक़ीनी बनाने रवी वर्मा कमीशन पर अमल आवरी की जाये

मुमताज़ मुस्लिम क़ाइद-ओ-साबिक़ रुकन कर्नाटक स्टेट बैकवर्ड क्लासस कमीशन अबदुलनबी ने वज़ीरा अला सदर उमय्या से मुतालिबा किया है कि रवी वर्क़ा कमीशन की सिफ़ारिशात पर फ़ौरी अमल आवरी करते हुए मुसलमानों को तालीम-ओ-रोज़गार में 6 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करें।

यहां उर्दू अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि फ़िलहाल रियासत में मुस्लमानों को तालीम-ओ-रोज़गार में 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात हासिल हैं।

जब में कर्नाटक स्टेट बैकवर्ड क्लासस कमीशन का रुकन था , मैंने मूसिर नुमाइंदगी की थी , जिस पर रवी वर्मा कमीशन ने मुसलमानों को 6 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की सिफ़ारिश की थी।

रवी वर्मा की रिपोर्ट 2002 में उस वक़्त के वज़ीर-ए-आला एस एम कृष्णा को पेश की गई थी। मगर रिपोर्ट पर मुकम्मिल तौर पर अमल दरआमद नहीं होरहा है। जबकि कमीशन सिफ़ारिशात पर अमल आवरी करना ज़रूरी है।

चूँकि सुप्रीम कोर्ट के हुक्म के मुताबिक़ ये कमीशन क़ायम किया गया था , इस तरह से इस पर जल्द या देर अमल दरआमद करना लाज़िमी (andetory)है।

अबदुलनबी कॉडलिवर ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर एस एम कृष्णाया उनके बाद धर्म सिंह , कुमारस्वामी , यडीयौरा पा‍ओ‍ दुसरे चीफ़ मिनिस्टर्स के दौर में वर्मा कमीशन की सिफ़ारिशात को नज़र अंदाज़ किया जा रहा है।

हर पार्टी मुसलमानों के वोट लेने के लिए मुसलमानों से हमदर्दी का ढोंग करती है। मगर बाद में उन्हें नज़रअंदाज किया जाता है। रियासत में उस वक़्त सदर उमय्या की क़ियादत में कांग्रेस की हुकूमत इक़तिदार पर है और चंद महीनों में लोक सभा के चुनाव मुनाक़िद होने वाले हैं।

वज़ीर-ए-आला सदर उमय्या को चाहीए कि फ़िलफ़ौर वर्मा कमीशन की सिफ़ारिशात पर अमल करते हुए तालीम-ओ-रोज़गार में मुसलमानों को 6 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करे।

अबदुलनबी ने रियासत के मुस्लिम अरकाने असेंबली , मुस्लिम क़ाइदीन-ओ-दानिश्वरअन्न और मुस्लिम तंज़ीमों से अपील की हैके वो रवी वर्मा कमीशन की सिफ़ारिशात पर अमल आवरी करके मुसलमानों को 6 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के मुतालिबा के ज़िमन में अपनी अपनी सतह जद्द-ओ-जहद करें और इस ख़सूस में रियासत के वज़ीर-ए-आला सदर उमय्या और मुस्लिम वुज़रा से मूसिर नुमाइंदगी करें।