मुस्लिम दानिश्वरों की तंज़ीम का आदित्य नाथ के ख़िलाफ़ कार्रवाई का मुतालिबा

मुस्लिम दानिश्वरों की एक तंज़ीम ने मुतालिबा किया है कि बी जे पी के रुकन पार्लियामान‌ योगी आदित्य नाथ के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाये और उन पर इल्ज़ाम आइद किया है कि वो मुल्क के अमन में ख़ललअंदाज़ी पैदा करने की कोशिश कररहे हैं और इश्तिआल अंगेज़ बयानात दे रहे हैं।

मिल्लत बेदारी मुहिम कमेटी ने कल एक क़रारदाद मंज़ूर की जिस में कहा गया है कि फ़िर्कावाराना फ़सादात‌ हमेशा हिंदो या मुसल‌मानों की वजह से नहीं होते बल्कि फ़िक़ापरस्त पार्टीयों और तंज़ीमों की वजह से होते हैं।

जहां कहीं उनका वजूद है, वहां समाज को फ़िर्कावाराना ख़ुतूत पर तक़सीम करते हैं। तंज़ीम के मोतमिद जासिम मुहम्मद ने एक प्रे‍स‌ कान्फ्रेंस‌ में कहा कि मुख़्तलिफ़ तहक़ीक़ाती कमीशन बिशमोल श्री कृष्णा कमीशन ने मुंबई में फ़सादात‌ की तहक़ीक़ात की थी जो बाबरी मस्जिद के तनाज़े की बिना पर हुए थे।

इन कमीशनों ने वाज़िह तौर पर ऐसी ताक़तों की निशानदेही की थी। आदित्य नाथ गोरख पुर के बी जे पी रुकन पार्लियामान हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि फ़सादात‌ जहां कहीं अक़िलियतों तबक़ा जुमला आबादी का 10 फ़ीसद से ज़्यादा तादाद में हो , वहां होते हैं।

ग़ैरमुस्लिम इलाक़ों में फ़सादात‌ नहीं होते। जहां उनकी तादाद 35 फ़ीसद से ज़्यादा होती है। बी जे पी रुकन पार्लियामान को कांग्रेस और बाएं बाज़ू की तन्क़ीद भी अपने मुतनाज़ा तबसरे पर बर्दाश्त करनी पड़ी थी।

दानिश्वरों की तंज़ीम की इस क़रारदाद पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी की मजलिस-ए-आमला के मुंतख़ब रुकन मुहम्मद शाहिद, साबिक़ सदर अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी, टीचर्स एसोसिएशन‌ प्रोफ़ैसर रज़ा उल्लाह ख़ान और साबिक़ डीन शोबा साईंस अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी के दस्तख़त हैं।