इज़राइली सुरक्षा कैबिनेट ने ईरान के साथ बढ़ते तनावों के बीच डर की वजह से यरूशलम में अंडरग्राउंड बंकर में अपनी बैठकों का आयोजन शुरू कर दिया है।
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, इज़राइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा किए गए फैसले को किसी भी संभावित सुरक्षा रिसाव से बचने की इच्छा से प्रेरित किया गया है, विशेष रूप से अधिकारियों ने नीति तैयार करने और ईरान और सीरिया के संबंध में इजरायल द्वारा गुप्त बैठक करने का फैसला करने के लिए कहा।
आपको बता दें कि, सुरक्षा मंत्रिमंडल ने पहली बार 2011 अंडरग्राउंड बंकर में “राष्ट्रीय प्रबंधन केंद्र” के रूप में जाने जाने वाली इस सुविधा का इस्तेमाल किया था। जानकारी के मुताबिक, इसे यरूशलम में सरकारी परिसर के नीचे बनाया गया था और इसमें रहने वाले क्वार्टर और कमांड सुविधाएं भी शामिल थीं।
तब से, 11-सदस्यीय मंच की दो बैठकें पहले से ही आयोजित की जा चुकी हैं, जिसमें बाद में यह अब तक की तीसरी बैठक है जो अंडरग्राउंड ठिकाने में आयोजित की गयी।
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में इज़राइल ने ईरान पर इलज़ाम लगाया की सीरिया में इसरायली कब्ज़े वाले गोलान हाइट्स पर रॉकेट हमला करने का आरोप लगाया था।
2011 में सीरिया के गृहयुद्ध की शुरुआत के बाद से इजरायल ने सीरिया में इस साल सबसे भारी हवाई हमले किये। रक्षा मंत्री एविगडोर लिबरमैन ने बाद में दावा किया कि इजरायल ने देश में लगभग ईरान के पूरे सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है।
इजरायल ने बार-बार संघर्ष के दौरान सीरियाई सेना के स्थानों पर हमला किया, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेनाओं के साथ लड़ने वाली ईरानी समर्थित सेनाओं के काफिले और ठिकानों पर भी बड़ा हमला किया; 9 अप्रैल को, एक इजरायल के हवाई हमले ने सीरियाई एयरबेस में सात ईरानी सैन्य कर्मियों की हत्या कर दी, जिसमें तेहरान ने प्रतिशोध करने की प्रतिज्ञा की।
साभार- ‘वर्ल्ड न्यूज अरेबिया’