मुस्लिम धर्म गुरुओं ने पुछा, ‘हमारे युवाओं को कम्प्यूटर कब मिलेगा?’

जार्डन नरेश की मौजूदगी में मुस्लिम युवाओं को लेकर पीएम मोदी के बयान पर धर्मगुरुओं और राजनीतिक दलों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है।

पूरी खुशहाली, समग्र विकास तभी संभव है जब आप यह देखें कि मुस्लिम युवाओं के एक हाथ में कुरान शरीफ हो तो दूसरे में कंप्यूटर।

इसलिए, आज सबसे ज्यादा ज़रूरत ये है कि हमारे युवा एक तरफ मानवीय इस्लाम से जुड़े हों और दूसरी तरफ आधुनिक विज्ञान और तरक्की के साधनों का इस्तेमाल भी कर सकें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें गुरुवार को दिल्ली में कहीं जहां वो जार्डन नरेश प्रिंस गाजी के साथ एक समारोह में मौजूद थे और कट्टरता,आतंकवाद के विषय पर बोल रहे थे।

मुस्लिम युवाओं को लेकर पीएम के दिए गए इस बयान पर धर्मगुरुओं और राजनीतिक पार्टियों में मिलीजुली प्रतिक्रिया रही।

पीएम के गृह राज्य गुजरात से मौलाना सैयद जमी अशरफ इस समारोह में हिस्सा लेने आए थे। ये गुजरात के आणंद जिले में मिरन सैयद मस्जिद के मुल्तवी है। समारोह के बाद एक चैनल से बात करते हुए कहा कि पीएम की बातों पर पूरी तरीके से इत्तेफाक रखा लेकिन उनके मन में कुछ सवाल भी थे..!

उनका कहना था कि जब गुजरात में मोदी सीएम थे तब भी ऐसी बातें उन्होंने कही थी। वो अब पीएम बन गए हैं, चार साल हो गए हैं,लेकिन कंप्यूटर कब मिलेगा जिसका युवाओं को इंतजार है।

जमीयत उलेमा ए हिन्द के कार्यकारिणी सदस्य डॉक्टर सईदुद्दीन काजमी ने पीएम के इस बयान को जमीयत के भी विजन का हिस्सा बताया और कहां कि उनकी संस्था इसी दिशा में काम कर रही है।

जार्डन नरेश की मौजूदगी में पीएम ने ये भरोसा जताया कि डी रेडिकलाईजेशन यानि आतंकवाद में धार्मिक कट्टरता के इस्तेमाल के खिलाफ पर जार्डन नरेश ने जो काम किया है, इस तरह के प्रयासों में भारत जार्डन के साथ क़दम–ब-क़दम चलना चाहेगा।

साभार – नेटवर्क 18