हैदराबाद।( सियासत न्यूज़) हुकूमत की तरफ से जिस अंदाज़ में मुस्लिम नौजवानों पर आतंकवाद का लेबल लगाते हुए परेशान किया जा रहा है, इस से एसा महसूस होता है कि हुकूमत हिंदूस्तानी मुस्लिम नौजवानों को इंटरनेशन आतंकवादी नैटवर्क से जोड़ने की कोशिश कर रही है जिस की मिसाल सहाफ़ी काज़मी की गिरफ़्तारी है जिस में हिंदूस्तान के इलावा इजराईल और ईरान को शामिल किया गया है।
फ़सीह महमूद के मामले को इंटरनेशनल क़रार दिया जा रहा है। श्रीमती शबनम हाश्मी ने बताया कि क़तील सिद्दीक़ी का तहवील में क़तल हालात की संगीनी की तरफ़ इशारा करता है। इस तरह के वाक़ियात के ख़िलाफ़ मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला(केन्द्रीय गृह मंत्री) पी चिदम़्बरम की रिहायश गाह के सामने इनहद, जामिआ टीचर्स सालीडारीटी एसोसी एशन, सिटीज़न्स फोर डेमोक्रेसी, सैंटर फोर पोलिसी अनालाइसस, जे एन यू स्टूडंट यूनीयन के इलावा दुसरी संस्थाएं 14 जून को 11 बजे दिन एहितजाजी धरना करेंगी।
श्रीमती शबनम हाश्मी ने बताया कि इस एहतिजाज का मक़सद 2008 के हालात को दुहराने से रोकना है। उन्हों ने कहा कि सिंह परिवार आतंकवाद को नजरअंदाज़ करते हुए फिर एक बार मुस्लिम नौजवानों को निशाना बनाया जा रहा है।