तंज़ीम इंसाफ़ ने हैदराबाद को दहश्तगर्दी की सरगर्मीयों के मर्कज़ के तौर पर पेश किए जाने और मुस्लिम नौजवानों को टार्गेट बनाए जाने की शिकायात पर गहिरी तशवीश का इज़हार किया।
तंज़ीम इंसाफ़ के क़ाइदीन सय्यद अली उद्दीन अहमद असद, मुनीर पटेल, मुहम्मद यूसुफ़, मीर मक़सूद अली, सय्यद अमीर मुहम्मद अमजद और सय्यद हमीद उद्दीन अहमद महमूद ने कहा के पुलिस की जानिब से मुस्लिम नौजवानों पर इल्ज़ामात, गिरफ़्तारी और उन्हें हिरासाँ किए जाने के बाद अदालत इला लिया की जानिब से उन्हें बेक़सूर क़रार दिए जाने रिहाई के अहकामात सादर किए जाने से क़ानून अमन-ओ-ज़बत पर नज़र रखने वाली एजैंसीयों, मह्कमाजात की कारकर्दगी पर शकूक-ओ-शुबहात यक़ीन में बदल रहे हैं।
इस लिए वज़ारत-ए-दाख़िला के आला तरीन ओहदेदारों, डायरैक्टर जनरल पुलिस के रुतबा के हामिल पुलिस ओहदेदारों का ये फ़रीज़ा बन जाता है के वो गहराई से तहक़ीक़ाती अमल के बाद ही इल्ज़ामात का सिलसिला शुरू करें। साथ ही बेक़सूर नौजवानों के मुस्तक़बिल से खिलवाड़ के सिलसिला को बंद करें।