मुस्लिम नौजवानो को फंसाने का सिलसिला जारी: दिग्विजय

नई दिल्ली, 30 मार्च [शकील शम्सी] कांग्रेस सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह इस बात पर आज भी कायम हैं कि बटला हाउस मुठभेड़ सही नहीं थी। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि वह अपनी पार्टी को इस मामले की अदालती जांच के लिए तैयार नहीं कर सके। हिंदुओं और मुसलमानों, दोनों फिर्कों में कंट्टरपंथी लोगों के उभार पर फिक्र जताते हुए दिग्विजय ने कहा कि आरएसएस में कुछ अच्छे लोग भी हैं, लेकिन इसमें भी शक नहीं कि इस तंज़ीम का एक तबका दहशतगर्दाना सरगर्मियों में मुलव्वस है।

उन्होंने मुस्लिम नौजवानो को फंसाने का सिलसिला कायम रहने के साथ ही दावा किया कि रियासतों की पुलिस की तरह से कौमी जांच एजेंसी (एनआइए) किसी बेगुनाह को गिरफ्तार नहीं कर रही है।

उर्दू रोज़नामा इंकलाब के साथ बातचीत में दिग्विजय ने बताया कि बटला हाउस मुठभेड़ में मारे गए आतिफ के फोन पर जिन लड़कों के फोन आए थे उन्हें मुख्तलिफ मुकदमों में फंसा दिया गया। आजमगढ़ जाकर उन्होंने यही कहा था कि सब मामले एक साथ चलाए जाएं, लेकिन उन्हें बताया गया कि अलग-अलग रियासतों में मामले दर्ज होने के वजह से ऐसा नहीं किया जा सकता।

उन्होंने वाजेह किया कि वह इन लड़कों को छोड़ने की मांग नहीं कर रहे हैं। वह चाहते हैं कि उनके मुकदमों की सुनवाई में तेजी लाई जाए। उनके मुताबिक, मुस्लिम नौजवानो को अभी भी फंसाया जा रहा है। हैदराबाद के मक्का मस्जिद ब्लास्ट में मुस्लिम लड़कों को पकड़ा गया, जबकि इस ब्लास्ट में अभिनव भारत और संघ के लोग शामिल थे। इसी तरह मालेगांव के पहले और दूसरे धमाके में भी मुस्लिम लड़कों को पकड़ लिया गया था।

कांग्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि जैसे ही कहीं ब्लास्ट होता है, कुछ लोग आधे घंटे में कहना शुरू कर देते हैं कि इसमें इंडियन मुजाहिदीन या किसी दूसरे मुस्लिम तंज़ीम का हाथ है।

उन्होंने इस तरह का माहौल बनाने की जिम्मेदारी बाबरी मस्जिद शहीद करने वालों पर लगाते हुए कहा कि इस वाकिया के बाद मुल्क का मिजाज बहुत बदला है और दोनों फिर्को में शिद्दतपसंद ख्याल वाले लोग उभरे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे इंतेहापसंद हिंदू हों या कंट्टरपंथी मुसलमान, दोनों पर कंट्रोल की जरूरत है।

संघ परिवार के एक तबके पर दहशतगर्दी सरगर्मियो में मुलव्वस होने के अपने इल्ज़ाम को वाजेह करते हुए कांग्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि हेमंत करकरे की मौत की जांच के बाद यह बात साबित भी हो गई है। उन्होंने दावा किया कि जबसे कौमि जांच एजेंसी (एनआइए) बनी है तबसे उसने किसी ऐसे को नहीं पकड़ा जो बेगुनाह हो। हिजबुल के दहशतगर्द लियाकत के बारे में दिल्ली पुलिस के दावे पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि आइबी ने भी कहा है कि यह दावा सही नहीं।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह संजय दत्त के साथ-साथ जैबुन्निसा काजी को भी माफी दिए जाने की मांग करेंगे। अखिलेश की हुकूमत पर उन्होंने कहा कि एक साल में उत्तर प्रदेश में जितने फिर्कावराने दंगे हुए उतना बहुजन समाज पार्टी के पांच साल के इक्तेदार में भी नहीं हुए।

समाजवादी पार्टी को बताना चाहिए कि इसकी वजह क्या है? आडवाणी पर मुलायम सिंह के तब्सिरे पर उनका कहना था जो आदमी बाबरी मस्जिद का मुल्ज़िम है उसके बारे में मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि वह हमेशा सच बोलता है। तीसरे मोर्चे के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मोर्चा बन सकता है, लेकिन कोई यह बताए कि तीसरे मोर्चे की कौन सी सरकार आज तक कामयाब हुई है?

——–बशुक्रिया: जागरण