मुस्लिम नौजवान दो साल से बिस्तर-ए-मृग पर

तानडोर०५ जनवरी (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) तानडोर मंडल के मौज़ा बलकटोर के मुहम्मद मुईन उद्दीन जो एक ग़रीब किसान हैं, अपनी एक अकऱ् ज़रई अराज़ी प्रकाशित के ज़रीया अपना गुज़र बसर कररहे हैं। नुमाइंदा सियासत से मुईन उद्दीन ने बताया कि इन की 3 औलादों में से इकलौती नरैना औलाद मुहम्मद हसन जो 10 वीं जमात का तालिब-ए-इल्म है साल 2009-ए-माह अक्टूबर में स्कूल में खेल के दौरान फिसल कर दरख़्त से गिर कर ज़ख़मी होगया था। इबतदा-ए-में गोलकुंडा हॉस्पिटल हैदराबाद में मुहम्मद हुस्न का ईलाज करवाया गया इफ़ाक़ा ना होने की सूरत में एस वे आर हॉस्पिटल अमीर पेट में आरोग्य श्री हेलथ् कार्ड के ज़रीया ईलाज करवाया जाने पर डाक्टरों के ज़रीया बताया गया कि मुहम्मद हुस्न की रीढ़ की हड्डी में गहिरा ज़ख़म हो गया है, जिस के नतीजा में मुहम्मद हुस्न का कमर से नीचे का हिस्सा नाकारा होगया ही।

मज़कूरा नौजवान किसी भी एहसास हत्ता कि रफ़ा हाजत की ज़रूरत के एहसास से भी क़ासिर है। ताहम मुईन उद्दीन ने अपनी नम आँखों से बताया कि आरोग्य श्री हेल्थ् कार्ड के ज़रीया ईलाज से आजिज़ आकर अपने पास मौजूद तमाम तर सरमाया तक़रीबन 3 लाख रुपय मुहम्मद हसन के ईलाज में लगा चुके हैं। ईलाज की रक़म जुटाने केलिए मुहम्मद हसन ने अपनी एक एकड् अराज़ी भी गिरवी रख दी जो उन के जीने का वाहिद सहारा ही। ताहम इतना सब कुछ करने के बावजूद मुहम्मद हुस्न की हालत में किसी भी तरह का सुधार वाक़्य नहीं हुआ है जबकि मुहम्मद हसन के कमर से ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से मुस्तहकम है वो बात करसकते हैं, अपने हाथों को हरकत दे सकते हैं।

ताहम मुहम्मद हसन के कमर से नीचे का हिस्सा बिलकुल नाकारा है। मज़कूरा हादिसा के बाद मुसलसल 2 साल से ज़ाइद अर्सा से मुहम्मद हसन बेबस-ओ-लाचार बिस्तर-ए-मृग पर अपने दिन गुज़ार रहे हैं। मुहम्मद हसन के वालिद मुहम्मद मुईन उद्दीन ने उम्मत के ग़यूर अफ़राद से इल्तिजा-ए-की हीका उन के नौजवान होनहार फ़र्ज़ंद के ईलाज-ओ-मुआलिजा मैं रहनुमाई-ओ-मदद करें। तफ़सीलात के लिए 9989409566 , 9160381343 पर रब्त पैदा किया जा सकता है।