मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नेतृत्व में तीन तलाक़ बिल के खिलाफ़ मुस्लिम महिलाओं का होगा सबसे बड़ा प्रदर्शन, तैयारी शुरू

केंद्र सरकार के तीन तलाक विधेयक के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं 18 मार्च को दोपहर एक बजे यहां टीले वाली मस्जिद में प्रदर्शन करेंगी। यह मुस्लिम महिलाओं का अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा। ऑल इंडिया पर्सनल ला बोर्ड का मानना है कि यह विधेयक मुसलमानों के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।

राजधानी स्थित चिक मंडी मौलवीगंज स्थित करीमशाह की मस्जिद में रविवार दोपहर की नमाज के बाद एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में मुकामी और आसपास के लोगों ने हिस्सा लिया।

इस दौरान ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य मौलाना मुफ्ती अतीक बस्तवी नदवी ने मुसलमानों को अपने धार्मिक अधिकारों और शरीयत के कानूनों की हिफाजत के लिए सक्रिय होने की अपील की। साथ ही कहा कि संविधान की धारा 25 देश के मुसलमानों को उनके धार्मिक अधिकारों का पूरा हक देती है।

इसके बावजूद देश की मौजूदा सरकार अब इन अधिकारों को छीनने के लिए तीन तलाक पर घुमा-फि राकर ऐसा बिल लाई है, जो सिर्फ शरीयत में दखलअंदाजी की कोशिश ही नहीं, बल्कि इस कानून के पास हो जाने से समाज की औरतों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ेगी।

इसलिए मुस्लिम महिलाओं को भी आगे आकर लोकतांत्रिक तरीके से इस कानून का विरोध करना होगा।

नदवी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्देशानुसार शरीयत-ए-इस्लामी की हिफाजत व उससे संबंधित लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए देश भर के विभिन्न शहरों में मुसलमानों खासतौर से मुस्लिम महिलाओं के जलसों और जुलूसों का आयोजन किया जा रहा है।

बैठक को मौलाना जहांगीर आलम कासमी, मौलाना नजीब मलमली, मौलाना ताहिर नदवी ने भी संबोधित किया। इस दौरान सभी उलमा ने मुसलमानों से अपील की कि वे अपनी मां, बीवी व बहनों को लेकर विरोध प्रदर्शन में पहुंचें।