मुस्लिम बहुल शहर मुंब्रा में ‘मईशत न्यूज़’ के दस्तावेजी अंक की तैयारियां जोरों पर

मुम्ब्रा: महाराष्ट्र के जिला थाने का शहर कौसा मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. जिसने दो दशकों में विकास करते हुए अपनी अलग पहचान स्थापित की है. लेकिन पिछले बदनामयों ने उसे आज भी अछूत बनाए रखा है. राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में पुरानी मूल्यों से युक्त क्षेत्र के अब नई चिंता के साथ नए मनसूबे सामने आ रहे है. ”मईशत मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर दानिश रियाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए इन बातों को कहा.

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मईशत के अनुसार, पिछले एक दशक में मुस्लिम आबादी ने इसे ‘शांति स्थल’ के रूप में स्वीकार किया है और पढ़े लिखे वर्ग की बड़ी संख्या यहां स्थानांतरित होरहे हैं. जबकि आर्थिक क्षेत्र में छोटे व्यवसाय से जुड़े लोग उसे अपनी ‘पहुंच वाला’ क्षेत्र के रोप में भी स्वीकार करने लगे हैं लेकिन इसके बावजूद पारंपरिक अवहेलना ने न सोच बदला है और न ही मुम्बरा को बदलने की कोशिश की है. ऐसे में जरूरत इस बात की है कि हम एक ऐसा दस्तावेज तैयार करें जो ना केवल पिछले मूल्यों का रक्षक हो बल्कि भविष्य की रूपरेखा के लिए क्षेत्र के पुनर्गठन का दूत बन जाए.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिन विषयों को कवर किया गया है वह ‘कौसा और मुंब्रा के लघु उद्योगों का परिचय और समीक्षा’, ‘कौसा और मुंब्रा में सरकारी व गैर सरकारी वित्तीय संस्था’, ‘मुंब्रा के शैक्षिक केन्द्रों स्कूल, कॉलेज की समीक्षा’, ‘मुंब्रा की कल्याणकारी व सामाजिक संगठनों की समीक्षा’, ‘मुंब्रा की आबादी सरकारी आंकड़ों और गैर सरकारी सर्वेक्षण के परिणाम’, ‘मुंब्रा की साहित्यिक गतिविधियां अतीत और वर्तमान के संदर्भ में’, ‘मुंब्रा में स्थित पत्रकारों की सेवाएं, परिचय और समीक्षा’, ‘मुंब्रा के चमकते सितारे (खेल, आदि आदि)’, ‘मुंब्रा के मस्जिदों का ऐतिहासिक समीक्षा’, ‘मुंब्रा के प्रवासी भारतीय (खाड़ी देशों में काम करने वालों पर एक रिपोर्ट)’, ‘मुंब्रा में मनोरंजन स्थानों (प्ले ग्राउंड, आदि)’, ‘बदलते मुंब्रा की छवि, बिल्डर, आर्किटेक्चर, कारपोरेट सेवाओं की समीक्षा’, ‘मुंब्रा के बुज़ुर्गों और इन की सेवाएं’, ‘मुंब्रा की प्रसिद्ध हाउसिंग सोसाइटीज़ और कालोनियों’, ‘मुंब्रा के समाज, अतीत और वर्तमान (शादी ब्याह के तौर-तरीके, पकवान)’, ‘गुलाब पार्क बाजार, बनने संवरने और उजड़ने की दास्तान’ इत्यादि हैं. उन्होंने कहा कि इस अंक में ऊपर सांसद और विधायक का साक्षात्कार भी शामिल किया जाएगा ताकि हर लिहाज से यह दस्तावेजी अंक हो.
दानिश रियाज के अनुसार, जो लोग अपने लेख, मकालत या किसी भी तरह के सूचना दे कर संस्था को लाभान्वित करना चाहते हैं वे कृपया maeeshatmedia@gmail.com पर अपने मशवरे भेज सकते हैं. उनका आभार होगा और इस दस्तावेजी अंक में उन्हें जगह दी जाएगी.