मुस्लिम महिलाएं जिन्होंने 2016 में अपना सिक्का जमाया

वर्ष 2016 बीत गया है जिसमें कई मुस्लिम महिलाएं सुर्ख़ियों में रहीं। इन्होंने पूरी दुनिया में अपने नाम काडंका बजाया है। यह हैं कुछ ऐसी ही हस्तियां।
मुस्लिम महिला इब्तिहाज 

साल 2016 में ओलंपिक के तीसरे दिन अमेरिका की तलवारबाज इब्तिहाज मोहम्मद ने हिजाब पहनकर प्रतियोगिता में भाग लेकर इतिहास रचा दिया, वह हिजाब पहनकर हिस्सा लेने वाली अमेरिका की पहली महिला खिलाड़ी हो गई हैं। न्यूजर्सी की रहने वाली इस एथलीट ने तलवारबाजी शौक के रूप में शुरू की थी, क्योंकि उन्हें अपने धर्म के हिसाब से अपनी ड्रेस पहननी पड़ती थी, जो उनके लिए मुश्किल था. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और ओलंपिक तक का सफर तय कर लिया।
हेरा हाशमी 
आतंकवादी हमने होने पर सहपाठियों के सवाल का एक ही जवाब देते थक गई हेरा हाशमी ने एक गूगल स्प्रेडशीट बनाने का फैसला किया। इसके परिणाम में 5,684 घटनाओं की एक सूची थी जो जल्दी वायरल हो गई और इसको 13,000 से अधिक बार रीट्वीट किया गया और इस पर 26,000 से अधिक लाइक आये हैं।
नूरा आफिया
हिजाब पहनने वाली सुन्दर ब्लॉगर नूरा आफिया को अमेरिकी कॉस्मेटिक कंपनी ने अपनी कंपनी का ब्रांड अम्बेसेडर बनाया है। कंपनी कवर गर्ल कॉस्मेटिक के विज्ञापनों में हिज़ाब पहने नज़र आती हैं जो अमेरिका की अग्रणी कंपनियों में एक है, उनको सुपर मॉडल और पॉप स्टार की श्रेणी रखा गया है।
रयूफ अल हमीदी
पिछले वर्ष ने रयूफ अल हमीदी ने इमोजी कीबोर्ड को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया था। यह सही दिशा में उठाया गया कदम था। इमोजी कीबोर्ड की काया पलट दी थी 15 वर्षीय रयूफ अलहमीदी ने हमारे लिए बहुत प्रेरणादायक है। इतना ही नहीं उसने कर दिखाया कि आप दुनिया में यदि परिवर्तन करना चाहते हैं, तो आप कर सकते हैं, उम्र कोई बाधा नहीं है।
लिंडा सरसौर
अमेर‍िकन-अरब संघ प्रमुख लिंडा सरसौर ने 2016 में अमेरिका में मेरे मुस्लिम वोट अभियान चलाया जिसमें मतदान के लिए लोगों का प्रेरित किया। कई बार उन्होंने प्रदर्शनों का नेतृत्व भी किया। एक प्रदर्शन में ट्रम्प से कहा, ‘हम आपको किसी का पक्ष लेने को नहीं कह रहे हैं। हम आपसे बुनियादी सम्मान और आत्मसमान की बात कर रहे। जिसके हम अमेरिकावासी हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘इस्लाम शांति का धर्म है और इस्लाम आतंकवाद नहीं है।
वर्षण शिरे
सोमाली ब्रिटिश कवि वर्षण शिरे प्रिय शायर हैं जो अपनी कविताओं के लिए जाने जाते हैं। वो पहले युवा कवि का खिताब भी जीत चुके हैं। व्हाट आई नो इज, नो वन आई नो हैज इट। उसकी कविताओं में से एक शरणार्थी संकट समझा बहुत लोकप्रिय हो गया। नो वन लीव होम अनलेस होम एज द माउथ ऑफ़ ए शार्क।
जाइमल उमर
जाइमल उमर सोशल प्रोजेक्ट ज़ी बैग्स की संस्थापक है जो मात्र 9 साल की है। यह परियोजना वंचित बच्चों और पर्यावरण के लिए कार्यरत है। पर्यावरण को बचाने के उसके प्रयास जारी है। इस परियोजना के प्रयास से बच्चों के लिए चीजें खरीदने और उनके हितों की रक्षा करना है।
इल्हान उमर
इल्हान उमर डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद हैं। सांसद बनकर इन्होंने एक इतिहास रच दिया। हालांकि वह जन्म से अमेरिका में नहीं रही हैं, वः सोमाली मूल की अमरीकी शरणार्थी हैं। उन्हें मुस्लिम विरोधी नफरत का सामना करना पड़ा था।33 साल की इल्हान उमर नॉर्थ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं और राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन का अध्ययन कर रही है।
फाडुमो दईब
फाडुमो दईब केन्या में पैदा हुआ था और सोमाली माता-पिता की बेटी है। उसकी माँ पड़ोसी देश को चिकित्सा के लिए 11 भाई बहनों के साथ जा रही थी कि उनकी मौत हो गई थी। दईब बच गई। 18 साल की उम्र में वह उत्तरी यूरोप में पहुंची। अब वह सार्वजनिक स्वास्थ्य और एक पुरस्कार विजेता सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में विशेषज्ञ है। फिनलैंड में उसने एक क्रिटिकल केयर नर्स के रूप में अध्ययन किया फिर संयुक्त राष्ट्र के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों को प्रशिक्षित किया और एक डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की। उसका सपना सोमालिया में पहली निर्वाचित महिला राष्ट्रपति बनना चाहता है। राष्ट्रपति के इस चुनाव में कुल 18 उम्मीदवार हैं जिसमें वह एकमात्र महिला है।
मूल लेख http://mvslim.com पर प्रकाशित हुआ है। इसका हिंदी अनुवाद सियासत के लिए कौसर उस्मान ने किया है।