नई दिल्ली। तीन बार राज्य सभा सांसद रहे मुस्लिम नेता ओबेदुल्लाह खान आजमी रविवार को कांग्रेस को शामिल हो गये। औबेदउल्लाह खान की यूपी के मुस्लिमों में एक अच्छी पहचान है। उनकी कांग्रेस की इंट्री उस वक्त हुई जब कांग्रेस यूपी विधानसभा चुनाव के लिए मुस्लिमों वोटरों को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है।
आजमी अपने भारी सर्मथकों के साथ कांग्रेस की दिल्ली कार्यालय में कांग्रेस के साथ जुड़े हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि पूर्वी यूपी के मुस्लिम वोटरों नें आजमी की अच्छी पकड़ है। कांग्रेस पूर्वी यूपी में मुस्लिम वोटरों को रिझाने के लिए आजमी का चेहरा आगे करेगी।
ट्रिपल तलाक पर कांग्रेस के स्टैंड के उलट आजमी ने कहा कि मैं मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पदाधिकारी रहा हूं। केंद्र सरकार मुस्लिम पर्सनल की वैधता को खत्म करने के लिए अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल करेगी तो मैं व्यक्तिगत स्तर पर इसका भारी विरोध करुंगा।
प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी को मुस्लिम महिलाओं के फिक्र करने बजाय अपनी पत्नी की चिंता करनी चाहिए।
उन्होंने ये भी कहा तलाक पर इस्लाम का रुख साफ है जहां किसी तरह का कोई विरोधाभास नहीं है। हालांकि ये भी सच है कि कई मर्द इसका गलत इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम इस्लामिक कानून ही बदल दिया जाये।
मोदी जी को मुस्लिम महिलाओं की आड़ लेकर इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए बल्कि उनकों अपनी पत्नी जसोदा बेन की फिक्र करनी चाहिए। मैने अभी हाल ही में सुना हैं नरेंद्र मोदी की पत्नी को खुद का पॉसपोर्ट बनाने में दिक्कत आ रही है।
यूपी में कांग्रेस की हालत पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुन्य से शिखर पर पहूंचना कांग्रेस का इतिहास रहा है। कांग्रेस जानती है कि ज़ीरो से कैसे हीरो बना जाता है। हमें उम्मीद है यूपी चुनाव में भी यही होगा।
आजमी पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा उत्तर प्रदेश में सांम्प्रदायिकता और जातिवाद का शिकार रहा है। मैं यूपी में रैली करके मुस्लिम समुदाय को अपनी वोटों को सही इस्तेमाल करने के लिए जागरुक करुंगा। जिस तरह बिहार के मुसलमानों ने एकजुट होके दक्षिणपंथी ताकतों को रोकने में कामयाब रही है मुझे उम्मीद है यूपी के मुस्लिम भी ऐसा ही करेंगे। आजमी ने यह भी कहा अपनी रैलियों में मुलायम सिंह यादव की पोल खोलने का भी काम करेगी।