मुस्लिम रिजर्वेशन पर सुप्रीमकोर्ट में मबाहिस का आग़ाज़

हैदराबाद 01 मार्च: सुप्रीमकोर्ट में मुस्लिम रिजर्वेशन के मसले पर दस्तूरी बेंच पर समाअत हुई। आंध्र प्रदेश हुकूमत की तरफ से नुमाइंदगी करने वाले सीनीयर एडवोकेट पी पी राव‌ और तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसिल में क़ाइद अप्पोज़ीशन मुहम्मद अली शब्बीर के वकील मुमताज़ क़ानूनदां सलमान ख़ुरशीद ने इबतेदाई बेहस की। आंध्र प्रदेश के वकील ने दलायल पेश करने के लिए अदालत से कुछ मोहलत मांगी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने मुक़द्दमा की आइन्दा समाअत 18 अप्रैल मुक़र्रर की है।

इस तरह मुस्लिम रिजर्वेशन के मसले पर मबाहिस का आग़ाज़ ना हो सका। उम्मीद की जा रही थी कि आज मुक़द्दमा की समाअत होगी और फ़रीक़ैन को दलायल पेश करने का मौक़ा मिलेगा। फ़रीक़ैन के वुकला अपनी तैयारी के साथ अदालत में मौजूद थे।

आंध्र प्रदेश हुकूमत मुस्लिम रिजर्वेशन के मसले पर पहले ही से फ़रीक़ है जबकि तेलंगाना हुकूमत ने ख़ुद को बहैसीयत फ़रीक़ शामिल करने के लिए दरख़ास्त दाख़िल की जिसे सुप्रीमकोर्ट ने क़बूल कर लिया। इस के अलावा मुहम्मद अली शब्बीर ने शख़्सी तौर पर मुक़द्दमा में बहैसीयत फ़रीक़ शामिल होने की दरख़ास्त पेश की। सुप्रीमकोर्ट के वकील शकील अहमद सय्यद ने उनकी दरख़ास्त को पेश किया जिसे अदालत ने क़बूल कर लिया।

यूपीए हुकूमत की तरफ से मुसलमानों को दिए गए 4.5 फ़ीसद रिजर्वेशन के मुक़द्दमे में क़ौमी जमीअतुलउलामा अहम फ़रीक़ है। सुप्रीमकोर्ट में समाअत के मौके पर आंध्र प्रदेश के कमिशनर अक़लियती बहबूद शेख़ मुहम्मद इक़बाल आईपीएस और क़ाइद अप्पोज़ीशन तेलंगाना कौंसिल मुहम्मद अली शब्बीर मौजूद थे।